अधिकतर प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों की सिफारिश पर तैयार किए गए हैं। शासन से स्वीकृति मिलते ही डीपीआर और टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
धार जिले के ग्रामीण इलाकों में पक्की सड़कों का जाल बिछाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाय) के चौथे चरण में जिले के 761 मजरे-टोलों में लगभग 1500 किलोमीटर लंबी सड़कों और 870 पुलियाओं का निर्माण प्रस्तावित है।
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580 सड़कों के प्रस्ताव शासन को भेजे जा चुके हैं, जिनमें अधिकतर प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों की सिफारिश पर तैयार किए गए हैं। शासन से स्वीकृति मिलते ही डीपीआर और टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। संभावना है कि बारिश के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकता है।
कीचड़ और पगडंडी से मिलेगी मुक्ति इन ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक उबड़-खाबड़ और कीचड़ भरे रास्तों से लोग परेशान थे। बरसात में मरीजों, गर्भवती महिलाओं और स्कूली बच्चों को निकलने में परेशानी होती थी। नई सड़कों के निर्माण से एंबुलेंस, स्कूल वाहन और ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसी सेवाएं सीधे घरों तक पहुंच सकेंगी। साथ ही, किसानों को अपनी उपज खेत से गांव और फिर शहर तक ले जाने में भी सुविधा होगी।
500 आबादी वाले गांवों को मिलेगी प्राथमिकता सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, उन राजस्व ग्रामों को शामिल किया गया है जिनकी आबादी 500 या उससे अधिक है। इसके अलावा ऐसे वनग्राम भी चयनित किए गए हैं, जहां जनसंख्या 250 के आसपास है लेकिन जनजातीय आबादी 80% या उससे अधिक है। धार जिले के 13 ब्लॉकों में इन प्राथमिकता वाले गांवों का चयन किया गया है। इनमें उमरबन में सबसे ज्यादा 108 और सरदारपुर में 93 बसाहटें शामिल हैं।
चौथे चरण के बाद 11 हजार किमी सड़कें होंगी जिले में अब तक पीएम सड़क योजना के तीन चरणों में लगभग 9500 किमी सड़कें बनाई जा चुकी हैं। चौथे चरण के पूरा होने पर यह आंकड़ा 11 हजार किमी तक पहुंच जाएगा। हालांकि शुरुआती वर्षों में बनी कई सड़कों की गुणवत्ता खराब पाई गई है, इसलिए अब टिकाऊ और अच्छी सड़कों के निर्माण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
शासन से बजट मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी पीएमजीएसवाय योजना के जीएम शौर्य प्रताप सिंह ने बताया कि “धार जिले में 761 बसाहटों का सर्वे किया गया है। चौथे चरण में छूटे हुए 500 आबादी वाले छोटे गांवों में पक्की सड़कें बननी हैं। हमने 580 सड़कों का प्रस्ताव शासन को भेजा है। बजट मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा।”