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Chhatarpur News: गर्भवती महिला प्रभा मिश्रा ने लोकल 18 को बताया कि गांव में एंबुलेंस तो आ गई थी लेकिन भीतर नहीं आ पा रही थी क्योंकि अंदर आने की जो मेन सड़क है, वो कच्ची है. सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिनमें प…और पढ़ें
गर्भवती महिला प्रभा मिश्रा ने बताया कि गांव में एंबुलेंस तो आ गई थी लेकिन गांव के भीतर नहीं आ पा रही थी क्योंकि अंदर आने की जो मेन सड़क है, वह कच्ची है. सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिनमें पानी भरा हुआ है. इस वजह से एंबुलेंस घर तक नहीं आई. जिसके बाद उन्हें गांव की संकरी गलियों से पैदल आना पड़ा. एंबुलेंस रोड पर खड़ी थी, तो यहां तक पैदल आते-आते आधे घंटे से ज्यादा का समय लग गया.
40 मिनट किया इंतजार
एंबुलेंस के ड्राइवर ने कहा कि वह 40 मिनट पहले ही गांव आ गए थे लेकिन जैसे ही गांव के भीतर की मुख्य सड़क तक पहुंचे, तो वहां उनकी गाड़ी फंस रही थी. शासन से आदेश है कि गड्ढे और कच्ची सड़क वाले जोखिम रास्तों से होकर एंबुलेंस न ले जाएं क्योंकि इससे मरीज और वाहन दोनों को खतरा है. वह यह रिस्क नहीं ले सकते थे. जिसके बाद उन्होंने वहीं पर 40 मिनट तक इंतजार किया था.
एंबुलेंस ड्राइवर ने बताए हालात
मनीष मिश्रा ने कहा कि गांव में जब एंबुलेंस आ गई थी, तो चालक ने उनसे कहा कि सड़क बहुत खराब है. वह रिस्क नहीं ले सकते. आप कैसे भी करके यहां तक आ जाओ. जिसके बाद घर से संकरी गलियों से होते हुए पैदल ही एंबुलेंस तक आना पड़ा. जिसके चलते हमें आधे घंटे का समय और लग गया.