नागद्वारी में श्रद्धालुओं को बैठाकर उफनती नदी में उतारी जिप्सी: तेज बहाव के बीच बंद हुई; 3 लाख श्रद्धालु पहुंचे, तीन लाख और पहुंचने की संभावना – narmadapuram (hoshangabad) News

नागद्वारी में श्रद्धालुओं को बैठाकर उफनती नदी में उतारी जिप्सी:  तेज बहाव के बीच बंद हुई; 3 लाख श्रद्धालु पहुंचे, तीन लाख और पहुंचने की संभावना – narmadapuram (hoshangabad) News


श्रद्धालुओं से भरी जिप्सी उफनती नदी में फंस गई।

नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी में चल रही प्रसिद्ध नागद्वारी यात्रा 29 जुलाई नागपंचमी तक चलेगी। 15 किमी की दुर्गम पहाड़ी यात्रा में अब तक करीब 3 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। प्रशासन के अनुमान के मुताबिक, अब अगले तीन दिनों में 2.5 से 3 लाख और श्रद्धालुओं

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शुक्रवार को काजरी नदी उफान पर थी, बावजूद इसके कुछ जिप्सी चालक श्रद्धालुओं से भरी गाड़ियां लेकर नदी पार करने लगे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि एक जिप्सी जैसे-तैसे नदी पार कर गई, लेकिन दूसरी जिप्सी बीच नदी में फंस गई और बंद हो गई। जिप्सी में बैठे श्रद्धालु घबरा गए। SDERF और होमगार्ड की टीम ने तत्परता दिखाते हुए सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला।

हर बारिश में उफान पर आ जाती है काजरी नदी काजरी के पास की यह नदी हर वर्ष ज्यादा बारिश होने पर उफान पर आ जाती है। इसके चलते आवागमन घंटों तक बंद रहता है। शुक्रवार को भी कुछ घंटों के लिए स्थिति ऐसी ही रही। चार से पांच घंटे बाद जब पानी का बहाव कम हुआ, तब आवाजाही शुरू की गई। इसके बावजूद कुछ जिप्सी चालक नियमों की अनदेखी कर उफनती नदी को पार करते रहे।

5 तस्वीरों में देखिए कैसे नदी पार करते समय फंसी जिप्सी…

पहली जिप्सी जब नदी में प्रवेश करती है तो शुरुआत में लगभग आधे से ज्यादा हिस्सा डूब जाता है।

बीच बहाव में ड्राइवर जिप्सी को एक्सलरेट करते हुए निकालने की कोशिश करता है।

बीच बहाव में ड्राइवर जिप्सी को एक्सलरेट करते हुए निकालने की कोशिश करता है।

और पहली जिप्सी किसी तरह बहाव को पार कर लेती है।

और पहली जिप्सी किसी तरह बहाव को पार कर लेती है।

इसके बाद दूसरी जिप्सी यात्रियों के साथ नदी में एंटर करती है।

इसके बाद दूसरी जिप्सी यात्रियों के साथ नदी में एंटर करती है।

जो बीच बहाव में फंस जाती है और श्रद्धालु डर जाते हैं। बाद में SDERF की मदद से इन्हें निकाला जाता है।

जो बीच बहाव में फंस जाती है और श्रद्धालु डर जाते हैं। बाद में SDERF की मदद से इन्हें निकाला जाता है।

पैदल यात्रियों के लिए रस्सी बांधकर पार कराई जा रही नदी पचमढ़ी से काजरी तक करीब 17 किमी का जिप्सी मार्ग है। छिंदवाड़ा की तरफ से आलमोद होते हुए कई श्रद्धालु पैदल भी आ रहे हैं। ऐसे श्रद्धालुओं को होमगार्ड और SDERF की टीम रस्सी बांधकर एक-एक कर नदी पार करा रही है, ताकि कोई हादसा न हो।

होमगार्ड और SDERF की टीम रस्सी बांधकर लोगों को नदी पार करा रही है।

होमगार्ड और SDERF की टीम रस्सी बांधकर लोगों को नदी पार करा रही है।

प्रशासन की अपील: ड्राइवरों को दी जाएगी समझाइश मेला प्रभारी तहसीलदार वैभव बैरागी ने बताया कि काजरी नदी पर SDRF और होमगार्ड की टीम तैनात है। यह इलाका पहाड़ी है, जहां थोड़ी बारिश में भी पानी का स्तर तेजी से बढ़ता है, लेकिन जल्दी उतर भी जाता है। उन्होंने कहा कि उफनती नदी को पार कराना गलत है। इस संबंध में लापरवाह जिप्सी चालकों को समझाइश दी जाएगी और जरूरी हुआ तो सख्ती भी की जाएगी।



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