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Burhanpur News: आबिद ने लोकल 18 से कहा कि वह छठवीं तक पढ़ा है. इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी. उसे बचपन से ही तैराकी का शौक था. वह 7 साल की उम्र में तैरना सीख गया था.
आबिद ने कहा कि वह छठवीं तक पढ़ा है. इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी. उसे बचपन से ही तैरने का शौक था. वह 7 साल की उम्र में तैरना सीख गया था. घर के पास नदी थी, तो रोज सुबह दो पानी की खाली बोतल लेकर वह आ जाता था. बोतलें अपनी कमर पर बांध लेता था और उससे ही तैरते रहता था. जब उसे तैरना आया, तो उसने बोतलों का सहारा लेना बंद कर दिया. आज वह तैराकी में निपुण हो गया है. वह बाढ़ में भी तैर लेता है. पिछले 10 साल में उसने नदी में डूबने से दो लोगों की जान बचाई है.