दतिया जिले में बारिश के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं। सिंध और पहूज नदियों में उफान आने से कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। मानीखेड़ा डैम से लगातार पानी छोड़े जाने के चलते सिंध नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है। सेवड़ा में बना छोटा पुल डूब गया है,
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सेवड़ा तहसील के 35 गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं। प्रशासन ने इलाके में मुनादी शुरू कर दी है और लोगों से नदियों से दूर रहने की अपील की जा रही है।
सन कुआं धाम डूबा, तेज बहाव में बह सकता है रास्ता सेवड़ा के प्रसिद्ध सन कुआं धाम में बने मंदिर भी नदी के उफान में डूब गए हैं। नदी किनारे बसे गांवों के लोग डरे हुए हैं। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। राहत और बचाव दलों को तैयार रखा गया है।
भांडेर में भी हालात बिगड़े, पहूज नदी में आया उफान उधर, भांडेर क्षेत्र में पहूज नदी के उफान में आने से शाजापुर रिपटा पुल डूब गया है। इसके चलते भांडेर और मोठ के बीच संपर्क टूट गया है, और लोगों को 40 किलोमीटर लंबा फेरा लगाना पड़ रहा है।
SDM बोले – 4 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया सेवड़ा SDM अशोक अवस्थी ने बताया, मानीखेड़ा डैम से 4 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे सिंध का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा है। गांव-गांव में मुनादी कराकर लोगों को सचेत किया जा रहा है।
सेवड़ा तहसील: छोटा पुल डूबा, 35 गांवों का संपर्क कटा, भांडेर क्षेत्र: शाजापुर रिपटा पुल डूबा, 40 KM का अतिरिक्त फेरा, सन कुआं धाम: मंदिर पानी में डूबे, भिंड-सिंध किनारे के गांव: नदी से दूर रहने की अपील।
प्रशासन की अपील : लोग नदियों और पुलों के पास न जाएं, बच्चों और मवेशियों को पानी से दूर रखें, अफवाहों से बचें, प्रशासन से मिल रही सूचना पर ही भरोसा करें, किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें।