रीवा पुलिस का ज़बरदस्त इनोवेशन: एक्सीडेंटल गाड़ियां बनेंगी चेतावनी का संकेत, सोहागी घाटी में अब घटेंगे हादसे!

रीवा पुलिस का ज़बरदस्त इनोवेशन: एक्सीडेंटल गाड़ियां बनेंगी चेतावनी का संकेत, सोहागी घाटी में अब घटेंगे हादसे!


नेशनल हाइवे-30 की सोहागी घाटी मध्य प्रदेश के उन क्षेत्रों में शामिल है जहां सड़क हादसे आम बात हो गई है. प्रयागराज को रीवा से जोड़ने वाले इस मार्ग पर पिछले कुछ वर्षों में ऐसे अनेक दर्दनाक हादसे हुए हैं जिनमें सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है. अब इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए रीवा पुलिस ने एक ऐसा तरीका अपनाया है जो आम लोगों में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ डर का भाव भी पैदा करेगा.

एक्सीडेंटल गाड़ियां बनेंगी चेतावनी का जरिया

रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के निर्देश पर सोहागी पुलिस ने घाटी के दो खतरनाक ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर वहां पहले हुए भीषण हादसों में क्षतिग्रस्त हुई चारपहिया गाड़ियों को स्टील स्टैंड पर टांग दिया है. इन गाड़ियों को इस तरह से प्रदर्शित किया गया है कि जो भी वाहन चालक वहां से गुजरे, उसे यह एहसास हो कि थोड़ी सी लापरवाही कैसे जानलेवा साबित हो सकती है.

मौत की घाटी में बदलती सोहागी पहाड़

सोहागी घाटी, जो करीब आठ किलोमीटर लंबी है, बीते कुछ सालों में हादसों का गढ़ बन चुकी है. साल 2019 से 2024 के बीच यहां 75 से ज्यादा भीषण हादसे हुए, जिनमें 72 से अधिक लोगों की जान गई. वर्ष 2025 में अब तक लगभग 20 लोगों की मौत सोहागी घाटी में सड़क दुर्घटनाओं के कारण हो चुकी है. स्थानीय लोग इस घाटी को अब “मौत की घाटी” और “खूनी मोड़” कहने लगे हैं.

इंजीनियरिंग की गलती से बना हादसों का केंद्र

सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों का आरोप है कि घाटी में सड़क निर्माण के दौरान मानकों का पालन नहीं किया गया. मोड़ों की चौड़ाई, ढलानों की तीव्रता और दृश्यता जैसे तकनीकी पहलुओं की अनदेखी की गई, जिसका नतीजा यह हुआ कि यहां वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त होते रहे. इन हादसों के चलते कई परिवार उजड़ चुके हैं, जिनमें मासूम बच्चों तक की जान गई है.

हालिया हादसे ने फिर झकझोर दिया प्रशासन को

5 जून को प्रयागराज से गंगा स्नान कर लौट रहे मऊगंज के एक परिवार की ऑटो पर सीमेंट से भरा ट्रक पलट गया था. हादसे में सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जिनमें बच्चे भी शामिल थे. इस घटना के बाद प्रशासन एक बार फिर हरकत में आया और सोहागी घाटी में सुरक्षा उपायों को लेकर गंभीरता दिखाई गई.

MPRDC की योजना, 24 करोड़ की लागत से बदलेगा घाटी का स्वरूप

कलेक्टर प्रतिभा पाल ने हाल ही में बताया कि जल्द ही MPRDC द्वारा 24 करोड़ रुपए की लागत से सोहागी घाटी में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स के स्ट्रक्चर में बदलाव किया जाएगा. इसमें इंजीनियरिंग और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी ताकि सड़क को सुरक्षित बनाया जा सके. यह कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा.

सिर्फ गाड़ियां नहीं, लगेगा साइन बोर्ड और होर्डिंग भी

एडिशनल एसपी रीवा आरती सिंह ने बताया कि सड़क किनारे टांगी गई एक्सीडेंटल गाड़ियां यात्रियों को एक वास्तविक चेतावनी देने का काम करेंगी. इसके साथ-साथ यातायात से जुड़ी जरूरी सूचनाओं वाले होर्डिंग और साइन बोर्ड भी लगाए जाएंगे, ताकि लोग जागरूक रहें और सुरक्षित सफर करें.

नवाचार से आएगी जागरूकता

रीवा पुलिस की यह पहल निश्चित रूप से एक नया रास्ता दिखा सकती है. जब लोग दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को अपनी आंखों से देखेंगे, तो शायद उनके भीतर सुरक्षा को लेकर एक नया भाव जागे. यह प्रयोग न केवल रीवा, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक मॉडल बन सकता है.



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