इंदौर में रविवार को स्वास्थ्य, स्वाद और जागरूकता का अनोखा संगम देखा, जब बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में आयोजित ‘शुगर स्मार्ट शेफ जूनियर’ प्रतियोगिता में टाइप-1 डायबिटीज से प्रभावित 50 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। उन्होंने अपने साहस और पाक कौशल से सबका दिल
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फिनाले में छोटे शेफ्स ने लाइव ‘माई ड्रीम लंच बॉक्स’ तैयार किए। इनमें स्प्राउट चाट, चीला, व्हीट मेड केक, हेल्दी कुकीज जैसे नो-शुगर और पोषण से भरपूर व्यंजन शामिल थे। इन रेसिपीज ने यह संदेश दिया कि डायबिटीज-फ्रेंडली फूड न केवल स्वादिष्ट हो सकता है बल्कि बच्चों की सेहत को बेहतर बनाने में भी मददगार है। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी बनाई गई हेल्दी रेसिपी प्रस्तुत की। सभी प्रतिभागी बच्चों को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए ताकि बच्चों का आत्मविश्वास और उत्साह बढ़े। पहला पुरस्कार जहां अब्दुल रहमान को दिया गया। दूसरा पुरस्कार संयुक्त रूप से रेयांश सेठ एवं मंदाना और तीसरा पुरस्कार सृष्टि गडकरी को दिया गया।
विजेता बच्चों को दिए गए पुरस्कार।
फ्री स्क्रीनिंग और हेल्थ चेकअप भी
निर्णायक टीम में शेफ पिंटू पासवान, सीनियर शेफ ज्योति चौबे, प्रो. डॉ. हेमंत जैन ने भूमिका निभाई। कार्यक्रम में कुकिंग प्रतियोगिता के साथ-साथ फ्री स्क्रीनिंग और हेल्थ चेकअप कैंप भी लगाया गया। यहां प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों की सामान्य स्वास्थ्य जांच, शुगर लेवल माप, बीएमआई, और आंखों की जांच की गई। इसके अलावा, विशेषज्ञों ने सीपीआर (हृदयाघात और आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक सहायता) पर विशेष सत्र आयोजित किया। इसमें उपस्थित लोगों को यह सिखाया गया कि हृदय संबंधी आपात स्थितियों में तुरंत सहायता कैसे दी जाए। इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों और अभिभावकों को न केवल हेल्दी लाइफ स्टाइल के प्रति जागरूक करना था, बल्कि आपातकालीन स्वास्थ्य सहायता के व्यावहारिक ज्ञान से भी सशक्त बनाना था।
सीनियर एंडोग्राइनोलॉजिस्ट डॉ. संदीप जुल्का ने कहा हमारे लिए यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक अभियान है। अगर बच्चों को बचपन से ही हेल्दी डाइट, शुगर नियंत्रण और सक्रिय जीवनशैली की आदतें सिखा दी जाएं, तो न केवल डायबिटीज बल्कि मोटापा और अन्य जीवनशैली संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम किया जा सकता है। इन बच्चों का आत्मविश्वास हमें सिखाता है कि बीमारी उनकी पहचान नहीं, बल्कि उनका जज्बा और जागरूकता ही उनकी असली पहचान है।
उन्होंने कहा कि ‘शुगर स्मार्ट शेफ जूनियर’ ने यह साबित किया कि सही दिशा और जानकारी के साथ सेहत और स्वाद साथ-साथ चल सकते हैं। इस आयोजन ने बच्चों, अभिभावकों और शहरवासियों को यह सीख दी कि संतुलित भोजन, नियमित कसरत और आपात स्वास्थ्य ज्ञान से ही एक स्वस्थ समाज की नींव रखी जा सकती है। डॉ. शिव शंकर शर्मा (किडनी रोग विशेषज्ञ) डॉ. सुनील शर्मा (नेत्र रोग विशेषज्ञ) डॉ. अमितेश सतसंगी, मनीष गुप्ता ने डायबिटीज से किडनी, हृदय, नेत्रों पर प्रभाव को विस्तृत रूप से समझाया और इनके पहचान के शुरुआती लक्षणों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कार्यक्रम केवल बच्चों के लिए बल्कि सभी के लिए प्रेरणादायक रहा।