Last Updated:
जब भी साल 2025 के इंग्लैंड दौरे को याद किया जाएगा उसमें एक नाम रवींद्र जडेजा का जरूर होगा. अभी तक 6 पारियों में 5 अर्धशतक जमाने वाले जडेजा की जांबाज पारी की वजह से भारतीय टीम ना सिर्फ ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट ड्रा क…और पढ़ें
रवींद्र जडेजा ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ ना सिर्फ टेस्ट को ड्रा कराने की तरफ ले गए साथ ही वो एक रिकॉर्ड भी बनाने में कामयाब रहे. भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने एक ऐसा कारनामा करके दिखाया, जो इंग्लैंड में इससे पहले कोई भी एशियाई खिलाड़ी नहीं कर सका था. जडेजा ने सुंदर के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी करके इस बात को तय किया कि भारत ये मैच हारेगा नहीं.
ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट के दौरान रवींद्र जडेजा ने अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली. उन्होंने इस मैच में 31 रन बनाते ही इतिहास रच दिया और एशिया के पहले ऐसे क्रिकेटर बन गए, जिन्होंने इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे करने के साथ-साथ 30 विकेट भी हासिल किए हैं. उनकी गेंदबाजी में पहले से ही 30 विकेटों का आंकड़ा पार हो चुका था, अब 100 रन पूरे करते ही टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया. इससे पहले सर गैरी सोबर्स के नाम ये अनोखा रिकॉर्ड रहा है जिन्होंने 6-11 नंबर तक बल्लेबाजी करके ये रिकॉर्ड बनाया था जिसको जडेजा पार गए हैं. जडेजा की इस उपलब्धि की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है, क्योंकि इंग्लैंड की पिचें हमेशा से तेज गेंदबाजों और स्विंग के लिए मददगार मानी जाती हैं. ऐसी परिस्थितियों में एक स्पिन ऑलराउंडर के रूप में रन और विकेट का यह दोहरा कारनामा जडेजा को वर्ल्ड क्लास आलराउंडर बनाता है.
इस सीरीज में चारों टेस्ट मैच के दौरान जब जब टीम संकट में फंसी तो जडेजा ने जांबाजी भरी बल्लेबाजी करके टीम उबारने का काम किया. लॉर्ड्स में जडेजा टीम को जीत की मंजिल तक नहीं पहुंचा पाए पर मैनचेस्टर में उन्होंने ये तय किया कि वो यहां टीम को हारने नहीं देंगे. कप्तान शुभमन गिल के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए जडेजा का पहली गेंद पर कैच छूटा पर उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. रवींद्र जडेजा ने दूसरी पारी में बेमिसाल बल्लेबाजी करेत हुए 50 रन का आंकड़ा को पार किया . इस सीरीज में उनका ये 5वां अर्धशतक है. उन्होंने इस सीरीज के लगभग हर एक मैच में टीम के लिए बल्ले से योगदान दिया है. वहीं, इंग्लैंड में नंबर 6 से 11 के बीच बल्लेबाजी करते हुए एक सीरीज में 5 अर्धशतक लगाने वाले वह पहले एशियाई खिलाड़ी भी बन गए हैं. जडेजा ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ मैच बचाने के लिए यादगार शतकीय साझेदारी की. जडेजा इस सीरीज में अब तक 400 रन से ज्यादा बना चुके है.