श्रावण मास की शिवभक्ति चरम पर है। सोमवार को ओंकारेश्वर से नर्मदा जल लेकर लौटे सैकड़ों कावड़ यात्री बुरहानपुर पहुंचे। कमल तिराहा पर कावड़ियों का भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद सभी श्रद्धालु अपने-अपने वार्डों के मंदिरों में जलाभिषेक के लिए रवाना हुए।
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कावड़ यात्री कुछ दिन पहले बुरहानपुर से ओंकारेश्वर के लिए पैदल यात्रा पर रवाना हुए थे। शिवभक्तों ने ओंकारेश्वर पहुंचकर वहां की नर्मदा से जल भरा और उसे कावड़ में लेकर वापस लौटे। सोमवार सुबह जैसे ही वे बुरहानपुर पहुंचे, कमल तिराहा पर बड़ी संख्या में लोग उनके स्वागत के लिए उमड़ पड़े। पुष्प वर्षा और जयकारों के बीच कावड़ियों का उत्साह देखते ही बनता था।
ग्रामीण अंचलों से भी उमड़ी श्रद्धा श्रावण माह में केवल शहर ही नहीं, बल्कि जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में कावड़ यात्री ओंकारेश्वर पहुंचे हैं। पूरे श्रावण मास में यह आस्था का सिलसिला लगातार जारी है। ग्रामीण युवा, बुजुर्ग और महिलाएं भी पूरे उत्साह और भक्ति भाव के साथ हर-हर महादेव के जयघोष लगाते हुए कावड़ यात्रा में भाग ले रहे हैं।
शिवालयों में होगा पवित्र जल से जलाभिषेक बुरहानपुर पहुंचे सभी श्रद्धालु अब अपने-अपने स्थानीय मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक करेंगे। मान्यता है कि श्रावण मास में ओंकारेश्वर का नर्मदा जल शिवलिंग पर चढ़ाने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
श्रद्धा, भक्ति और अनुशासन के संगम से बुरहानपुर इन दिनों शिवमय हो गया है।