क्या बेन स्टोक्स से हाथ न मिलाकर जडेजा ने ठीक किया? हैंडशेक विवाद और गहराया

क्या बेन स्टोक्स से हाथ न मिलाकर जडेजा ने ठीक किया? हैंडशेक विवाद और गहराया


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IND vs ENG 4th Test: मैनचेस्टर टेस्ट भले ही ड्रॉ पर खत्म हुआ हो, लेकिन इसे इंग्लैंड पर भारत की जीत ही समझा जाना चाहिए. रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने 303 गेंदों में 203 रन की ऐतिहासिक पार्टनरशिप करते हुए भा…और पढ़ें

बेन स्टोक्स और जडेजा का विवाद

हाइलाइट्स

  • भारत-इंग्लैंड के बीच हैंडशेक विवाद और गहराया
  • क्या ड्रॉ का प्रस्ताव न मानकर जडेजा ने सही किया?
  • दबाव बनाकर ड्रॉ पर मैच खत्म करना चाहते थे स्टोक्स

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने चौथे टेस्ट के अंतिम दिन, ड्रिंक ब्रेक के समय एक शांति प्रस्ताव के रूप में जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को हैंडशेक की पेशकश की, ताकि मैच ड्रॉ घोषित किया जा सके. मैनचेस्टर टेस्ट में पांचवें दिन कोई नतीजा न निकलता देख इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मैच ड्रॉ पर खत्म करने का प्रपोजल रखा था. मगर ये प्रपोजल कम और जबरदस्ती ज्यादा लगा.

पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे बेन स्टोक्स रवींद्र जडेजा पर हाथ मिलाकर मैच खत्म करने का दबाव बना रहे थे. क्रीज पर मौजूद दोनों बल्लेबाज यानी रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर शतक के करीब थे, इसलिए उन्होंने हैंडशेक से इनकार किया और बल्लेबाजी जारी रखी.

जडेजा ने ऐसा क्यों किया?

अब सवाल उठता है कि रवींद्र जडेजा ने जो किया, क्या वो सही था? भारतीय टीम ये मैच लगभग गंवा चुकी थी. पांचवें दिन के पहले सेशन में जब केएल राहुल और रवींद्र जडेजा भी आउट हो गए तो मैच फिसलता नजर आ रहा था. ऐसे में रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने ऐतिहासिक साझेदारी करते हुए मैच बचाया. इतनी मेहनत के बावजूद अगर दोनों को शतक पूरा करने नहीं दिया जाता तो उनकी मेहनत के साथ दगा होता. यही कारण था कि टीम मैनेजमेंट ने फैसला लिया कि तब तक बैटिंग जारी रखी जाए, जब तक दोनों शतक पूर नहीं कर लेते.

रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के बीच 303 गेंदों में 204 रन की ऐतिहासिक पार्टनरशिप के बूते ही भारत ये मैच ड्रॉ करवाने में सफल रहा. मैच के बाद कप्तान शुभमन गिल और प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेड कोच गौतम गंभीर ने भी इसे सही ठहराया. दोनों ने लगभग एक ही बात दोहराई:

यदि कोई बल्लेबाज शतक के करीब है तो क्या उसे रोक देना चाहिए? यह टीम डिसिजन था और खिलाड़ियों ने उसे सही ठहराया. एक टेस्ट शतक एक टेस्ट शतक होता है. व्यक्तिगत उपलब्धियों की अपनी अहमियत होती है.

कुल मिलाकर ये भारतीय टीम पर निर्भर था कि उसे मैच ड्रॉ करने के प्रस्ताव पर सहमति जतानी है या बल्लेबाजी जारी रखनी है. भारत ने जो किया वो नियमों के अंतर्गत था. स्वाभाविक रूप से जडेजा ने बेन स्टोक्स से हाथ न मिलाकर सही किया. मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ और सीरीज में इंग्लैंड अभी भी 1-2 से आगे है. फाइनल टेस्ट अब केनिंग्टन ओवल में होना है, जहां भारत का रिकॉर्ड अपेक्षाकृत ठीक रहा है.

Anshul Talmale

फरवरी 2025 से नेटवर्क 18 समूह में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर कार्यरत. पत्रकारिता में एक दशक का अनुभव. बतौर रिपोर्टर कई नेशनल-इंटरनेशनल इवेंट के साक्षी. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से करियर की शुरुआत. जागरण न्यू मीडिया…और पढ़ें

फरवरी 2025 से नेटवर्क 18 समूह में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर कार्यरत. पत्रकारिता में एक दशक का अनुभव. बतौर रिपोर्टर कई नेशनल-इंटरनेशनल इवेंट के साक्षी. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से करियर की शुरुआत. जागरण न्यू मीडिया… और पढ़ें

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