मंडला जिले में यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष आशीष जैन उर्फ आशु और भाजपा ओबीसी मोर्चे के प्रदेश मंत्री राजेश पटेल के बीच विवाद हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ बम्हनी थाने में शिकायत की है।
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आशीष जैन ने अपनी शिकायत में बताया कि वह परसवाड़ा से मंडला लौट रहे थे। इसी दौरान बम्हनी बस स्टैंड के पास पुल से पहले राजेश पटेल और उनके साथी 4-5 वाहनों में सवार होकर आए। उन्होंने आशीष की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया।
आशीष के अनुसार, आरोपियों ने बंदूक निकालकर उन्हें धमकाया। गाड़ी में सवार लोग डर गए और वहां से भाग निकले। आरोपियों ने उनकी गाड़ी का पीछा किया। बम्हनी थाने के पास एक पेट्रोल पंप के आगे डस्टर गाड़ी से उनकी गाड़ी को रोक लिया।
आशु ने बताया कि राजेश और उनके साथियों ने बंदूक के साथ गाड़ी से उतरकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी। आशु ने स्थिति को संभालने के लिए मोबाइल कैमरा चालू किया। इसे देखकर आरोपी पीछे हट गए।
उन्होंने दावा किया कि अगर कैमरा चालू ना किया होता तो उनकी जान को खतरा हो सकता था। डर के कारण वह रात में थाने नहीं जा सके। आशु ने यह भी कहा कि वह लंबे समय से मंडला में अवैध शराब के कारोबार का विरोध करते रहे हैं। उनका मानना है कि यह हमला बदले की भावना से किया गया। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर जांच शुरू कर दी है। आशु ने इस घटना का एक वीडियो भी जारी किया है।
राजेश पटेल ने कहा- बिना नंबर की बोलेरो ने कट मारा
दूसरी ओर शराब ठेकेदार राजेश पटेल ने भी बम्हनी थाने में आशु जैन के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। राजेश ने आरोप लगाया कि रात करीब 12:30 बजे जब वह बम्हनी बस स्टैंड पर खड़े थे, तब एक बिना नंबर की बोलेरो गाड़ी उन्हें कट मारते हुए निकली। गाड़ी में सवार लोगों ने उन्हें गालियां दीं।
राजेश ने तुरंत इसकी सूचना बम्हनी थाने को दी। इसके बाद, जब उन्होंने गाड़ी को रोककर पूछताछ की तो उसमें आशु जैन को देखा, जो मोबाइल से वीडियो बना रहा था। राजेश के अनुसार, आशु ने वीडियो बंद कर गाली-गलौज शुरू की और उन्हें धमकी दी। राजेश ने भी आशु से अपनी जान को खतरा बताया है।

मंडला एसपी बोले- दोनों पक्षों से शिकायतें मिली हैं
मंडला एसपी रजत सकलेचा ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से शिकायतें मिली हैं। मामले की जांच नैनपुर एसडीओपी को सौंपी गई है। साथ ही हथियारों के उपयोग के संबंध में नोटिस जारी कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने आश्वासन दिया कि जांच में आए तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।