सावन के पावन महीने में पूरा देश शिवभक्ति में डूबा है। मंडला के एक कलाकार ने अपनी भक्ति को कला के रूप में प्रदर्शित किया है। त्रिलोक सिंधिया ने कांच की बोतल के भीतर बिना तोड़े या काटे एक शिवालय बनाया है।
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इस सूक्ष्म कलाकृति में शिवलिंग, नंदी और मंदिर की संरचना इतनी बारीकी से बनाई गई है। देखने वाले इसे देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं। त्रिलोक की यह रचना आस्था और शिल्प का अनूठा संगम है।
पिता बेटे की बनाई कलाकृति से खुश
त्रिलोक के पिता सुरेश सिंधिया भी अपने बेटे की इस कला से खुश हैं। वे कहते हैं, “मेरे बेटे ने बोतल के अंदर भोलेनाथ का मंदिर सजा कर चमत्कार कर दिखाया है।” यह कलाकृति सोशल मीडिया पर लोग पोस्टर कर रहे हैं। इसकी बारीकी और कलाकार के समर्पण की नगर में सराहना हो रही है।
कांच की बोतल के भीतर बिना तोड़े या काटे एक शिवालय बनाया।
त्रिलोक सिंधिया एलआईसी में जॉब करते
39 साल के त्रिलोक सिंधिया एलआईसी में जॉब करते हैं। शौकिया तौर पर करीब 12-13 साल की उम्र से बोतल में कलाकृति बना रहे हैं। दिन भर जॉब की व्यस्तता के बाद अपने इस शौक के लिए शाम को समय निकालते हैं।
15 दिन में बनाया शिवालय
इसके पूर्व त्रिलोक ने विभिन्न मंदिर और अन्य चीजें बनाई हैं। जिसे राज्यपाल को भी भेंट किया है। बोतल में शिव मंदिर बनाने में बांस का प्रमुखता का उपयोग किया। फेविकोल और स्टिक की सहायता से करीब 15 दिनों में मंदिर बना कर तैयार किया।

फेविकोल और स्टिक की सहायता से करीब 15 दिनों में मंदिर बना कर तैयार किया गया है।