किसानों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
नरसिंहपुर में मूंग उपार्जन की अव्यवस्थाओं से परेशान किसानों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जमकर हंगामा किया। मंडी परिसर स्थित केंद्रीय वेयरहाउस में पिछले सात दिनों से तुलाई नहीं हो रही है। साथ ही बीते तीन दिन से स्लॉट बुकिंग पूरी तरह बंद है।
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किसानों ने वेयरहाउस अधिकारियों पर अभद्रता का आरोप लगाया। उन्होंने वहां मूलभूत सुविधाओं के अभाव पर भी नाराजगी जताई।
किसानों का कहना है कि नियमानुसार प्रतिदिन करीब 17,500 क्विंटल मूंग की तुलाई होनी चाहिए। लेकिन पिछले तीन दिनों में महज 15 ट्रालियां ही तुल पाई हैं।
किसान हफ्तेभर से लाइन में लगे
किसान तरुण पालीवाल, वृंदावन प्रजापति, देवनारायण प्रजापति और धनीराम प्रजापति ने बताया कि वे 22 जुलाई से लाइन में हैं। लेकिन सात दिन बाद भी उनका नंबर नहीं आया है।
कई किसानों की स्लॉट बुकिंग की अंतिम तारीख भी निकल चुकी है। इससे उनके समर्थन मूल्य पर मूंग बेचने की संभावना खतरे में पड़ गई है।
किसान कलेक्टर से मिलने की मांग पर अड़े रहे।
बैठक की वजह से किसान कलेक्टर से नहीं मिल पाए
कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों को टीएल बैठक के कारण कलेक्टर से मिलने नहीं दिया गया। जब किसानों ने मुख्य द्वार से अंदर जाने की कोशिश की तो सुरक्षा जवानों ने उन्हें रोका।
डिप्टी कलेक्टर मनोज चौरसिया ने किसानों से चर्चा की। लेकिन किसान सीधे कलेक्टर से मिलने की मांग पर अड़े रहे। बाद में कलेक्टर बिना किसानों से मिले पिछी की ओर से निकल गए। इससे किसानों का गुस्सा और बढ़ गया।
पोर्टल बंद, स्लॉट बुकिंग नहीं हो रही
तीन दिन से उपार्जन पोर्टल बंद होने से राज्यभर में स्लॉट बुकिंग नहीं हो पा रही है। किसान मांग कर रहे हैं कि 8 अगस्त तक निर्धारित उपार्जन डेट को बढ़ाया जाए। इससे जिन किसानों की उपज अभी तक नहीं तुल पाई है, उन्हें मौका मिल सकेगा।
सोमवार को भोपाल से आई नैफेड की टीम ने गाडरवारा तहसील के विभिन्न वेयरहाउसों में निरीक्षण किया। अमानक मूंग खरीदी और सर्वेयरों की मनमानी की शिकायतों के चलते जांच के दौरान अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
कृषि उप संचालक मोरिस नाथ ने कहा कि प्रदेशभर में पोर्टल बंद होने से मूंग स्लॉट बुकिंग प्रभावित है, जल्द समाधान की उम्मीद है।