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Agriculture News: धान की रोपाई करने से पहले किसान भाई तैयार किए गए घोल में धान के पौधों को करीब आधे घंटे तक डुबोकर रखें. ऐसा करने से पौधों की जड़ में लगे बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं.
धान की खेती की प्रक्रिया में पहले धान की नर्सरी तैयार की जाती है. इसके बाद करीब 15 दिन तक धान का रोपा तैयार होता है. यह जमीन के संपर्क में होता है. ऐसे में जड़ों के माध्यम से मृदा जनित रोग होने की आशंका होती है. दरअसल मृदा में कई तरह के जीवाणु होते हैं, जो रोगों को जन्म देते हैं. इसका असर यह होता है कि फसल की गुणवत्ता तो प्रभावित होती ही है, साथ ही उत्पादन भी बहुत कम हो जाता है. ऐसे में किसान भाइयों को बड़ा नुकसान हो सकता है. अब हम आपको बताने जा रहे हैं एक सस्ती विधि के बारे में, जिससे इस नुकसान से बचा जा सकता है.
घोल में डुबो दें धान के पौधे की जड़
मुख्य खेत में धान की रोपाई से पहले किसान भाई तैयार हुए घोल में पौधों की जड़ को करीब 30 मिनट तक डुबोए रखें. ऐसा करने से धान के पौधों की जड़ में लगे बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं. इससे फसल को रोग लगने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है, साथ ही उर्वरकों की मात्रा भी कम हो जाती है.