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Sehore News : सीहोर जिले के इछावर क्षेत्र स्थित भाटिया देव जल स्रोत पर रविवार को एक बार फिर भयावह लापरवाही सामने आई. सैकड़ों ग्रामीण एक साथ तेज बहाव वाले जल स्रोत की धारा में उतरते नजर आए. हादसों के बावजूद प्रश…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सीहोर में भाटिया देव पर सुरक्षा में चूक.
- सैकड़ों ग्रामीण तेज जल धारा में पहुंचे.
- हादसों के बावजूद प्रशासन बेखबर.
सीहोर: बारिश का मौसम जहाँ एक ओर प्रकृति को नया जीवन देता है, वहीं सीहोर जिले में लापरवाही के कारण यही जल स्रोत अब जानलेवा साबित हो रहे हैं. जिले में वर्षाजनित जल स्रोतों में डूबने से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, बावजूद इसके प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता हैरान करने वाली है. ताजा घटनाक्रम में, रविवार को इछावर क्षेत्र के भाटिया देव जल स्रोत से सामने आई तस्वीरें रोंगटे खड़े करने वाली थीं, जहाँ सैकड़ों ग्रामीण, जिनमें पुरुष और बच्चे भी शामिल थे, बेखौफ होकर तेज जलधारा के बीच नहाते दिखे, मानो उन्हें किसी खतरे की परवाह ही न हो.
भाटिया देव जल स्रोत पर प्रशासन की अनदेखी साफ तौर पर नजर आती है. इस स्थान पर न तो कोई चेतावनी बोर्ड लगा है, न ही सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की गई है, और न ही कोई पुलिसकर्मी या सुरक्षा गार्ड तैनात है. ग्रामीणों को गहरे पानी में उछलते-कूदते और बहाव के बीच झुंड में नहाते देखा गया, यह दृश्य किसी मेले जैसा लग रहा था, न कि किसी खतरनाक जगह का. यह स्थिति तब है जब जिले में लगातार डूबने की घटनाएं सामने आ रही हैं.
दो छात्रों की दर्दनाक मौत: भेरू खो झरने का ताजा हादसा
रविवार को ही सीहोर के भेरू खो झरने में वीआईटी कॉलेज के दो छात्रों, सिन्मुक और हेमंत, की दर्दनाक मौत हो गई. बताया जा रहा है कि एक छात्र सेल्फी लेते समय झरने में गिर गया और दूसरा उसे बचाने के लिए कूदा, लेकिन दुर्भाग्यवश दोनों बाहर नहीं निकल पाए. एसडीआरएफ की टीम को रात में बचाव अभियान रोकना पड़ा और अगली सुबह दोनों शव बरामद किए जा सके. यह घटना एक बार फिर सेल्फी के बढ़ते क्रेज और उसके जानलेवा परिणामों को उजागर करती है.
कोलार डैम में भी दो छात्रों की गई जान
इससे पहले, सीहोर के बिलकिसगंज थाना अंतर्गत कोलार डैम में भी ऐसी ही एक दुखद घटना सामने आई थी, जहाँ 20 वर्षीय उज्ज्वल त्रिपाठी और प्रिंस राज नामक दो छात्र डुबकी लगाने के दौरान अचानक लापता हो गए थे. लगभग 18 घंटे के लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उनके शव मिले. इस दर्दनाक हादसे का लाइव वीडियो भी सामने आया था, जिसमें कुछ ही सेकंड में दोनों युवक पानी में समाते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो भयावहता को दर्शाता है कि कितनी तेज़ी से स्थितियाँ बिगड़ सकती हैं.
प्रशासन पर गंभीर सवाल, जन जागरूकता की कमी
इन सभी घटनाओं से यह स्पष्ट है कि स्थानीय प्रशासन ने इन खतरनाक जल स्रोतों पर सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं और न ही जनता को जागरूक करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए हैं. ये हादसे न केवल प्रशासनिक विफलता को उजागर करते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि आम जनता भी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. झरनों और डैमों पर सेल्फी लेने का बढ़ता क्रेज, सोशल मीडिया पर दिखावे की होड़ और मौज-मस्ती का जुनून अब लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है. इन स्थानों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम और जन जागरूकता अभियान चले ताकि दुखद घटनाओं को रोका जा सके.
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें