इंदौर एयरपोर्ट के पुराना टर्मिनल रिनोवेशन में देरी: जुलाई में पूरा होना था रिनोवेशन, अब दिसंबर तक भी संशय – Indore News

इंदौर एयरपोर्ट के पुराना टर्मिनल रिनोवेशन में देरी:  जुलाई में पूरा होना था रिनोवेशन, अब दिसंबर तक भी संशय – Indore News



इंदौर एयरपोर्ट का पुराना टर्मिनल अब दिसंबर 2025 तक भी शुरू हो पाएगा या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है। दरअसल, यह काम पहले ही एक साल की देरी से चल रहा है। दिसंबर 2023 में टर्मिनल के नवीनीकरण के लिए टेंडर जारी हुए थे और दावा किया गया था कि दिसंबर 2024 तक

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इंदौर एयरपोर्ट के लिए नया टर्मिनल बनाने की योजना वर्षों से लंबित है। भूमि अधिग्रहण में अड़चनों के चलते काम आगे नहीं बढ़ पाया है। इधर, पुराने टर्मिनल का काम भी समय पर पूरा नहीं हो पाया है, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है। प्रबंधन की योजना है कि पुराने टर्मिनल से छोटे एटीआर विमान और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का संचालन किया जाए। इंदौर एयरपोर्ट से फिलहाल 84 से 88 उड़ानें प्रतिदिन संचालित हो रही हैं, जिनमें से 36 उड़ानें एटीआर विमानों की और सप्ताह में 4 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं। प्रबंधन का कहना है कि पुराने टर्मिनल को दिसंबर तक शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं। बारिश के कारण काम की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है, लेकिन कोशिश है कि इसे जल्द चालू किया जाए। हालांकि काम पूरा होने के बाद डीजीसीए और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी का क्लीयरेंस भी लगेगा।

700 यात्री प्रतिघंटे की है वर्तमान टर्मिनल की क्षमता

इंदौर एयरपोर्ट का वर्तमान टर्मिनल की क्षमता 700 यात्री प्रति घंटे की है। जिससे अभी रोजाना 450 से ज्यादा यात्री प्रति घंटे सफर कर रहे हैं। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुमान के हिसाब से यह टर्मिनल अगले कुछ सालों में छोटा पड़ने लगेगा। इंदौर एयरपोर्ट का वर्तमान टर्मिनल लगभग 18 हजार वर्गमीटर का दो मंजिला है। जिसमें पहली और दूसरी दोनों मंजिल पर डिपार्चर गेट है। जहां से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों का ही डिपार्चर हो रहा है।

दोनों टर्मिनल से 25 सौ यात्री की हो जाएगी क्षमता

वर्तमान में मुख्य टर्मिनल से प्रति सप्ताह 100 से अधिक उड़ानें संचालित हो रही हैं, जिससे पीक आवर्स में यहां भीड़ बढ़ने लगी है। पुराने टर्मिनल को दोबारा शुरू करने से इस दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यहां एक इमिग्रेशन ऑफिस भी स्थापित किया गया है। टर्मिनल का संचालन शुरू करने से पहले सुरक्षा संबंधी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। इसके बाद, दोनों टर्मिनल से उड़ानों का संचालन होने पर इंदौर एयरपोर्ट से प्रति घंटे 2500 यात्री यात्रा कर सकेंगे, जो वर्तमान की तुलना में 1000 से अधिक होंगे। इससे नए टर्मिनल पर यात्री भार लगभग एक तिहाई कम हो जाएगा, जिससे नई उड़ानों के संचालन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।

शारजाह फ्लाइट पुराने टर्मिनल से चलेगी

पुराना टर्मिनल शुरू होने के बाद शारजाह की अंतरराष्ट्रीय उड़ान सप्ताह में चार दिन यहीं से संचालित होगी, जबकि अन्य दिनों में घरेलू उड़ानें चलाई जाएंगी। साथ ही, नए टर्मिनल में बदलाव कर उसके अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र को घरेलू उड़ानों के लिए उपयोग में लाया जाएगा। पुराने टर्मिनल से इन उड़ानों का संचालन शुरू होने पर नए टर्मिनल पर 36 उड़ानों का भार कम होगा, जिससे यात्री सुविधाएं बेहतर होंगी। साथ ही, पार्किंग और यातायात प्रबंधन में भी सुधार होगा। हालांकि, पुराने टर्मिनल में एयरोब्रिज की सुविधा नहीं होगी, जिससे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बस या पैदल विमान तक जाना होगा। छोटे विमानों के लिए एयरोब्रिज की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों को सीढ़ियों का उपयोग करना पड़ सकता है।



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