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Nag Panchami 2025: नर्मदापुरम के पचमढ़ी में होने वाले नागद्वारी मेले में हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. मान्यता है कि नागपंचमी पर यहां पूजा करने से नागदेवता भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. (रिपोर्ट- शैलेंद्र कौरव)
सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी की घनी पहाड़ियों के बीच एक ऐसा देवस्थान है जिसे नागलोक का मार्ग या नागद्वार के नाम से जाना जाता है. माना जाता है कि पचमढ़ी में घने जंगलों के बीच यह रहस्यमयी रास्ता सीधा नागलोक जाता है. इसके दरवाजे तक पहुंचने के लिए खतरनाक 7 पहाड़ों की चढ़ाई और बारिश में घने जंगलों की खाक छाननी पड़ती है, तब जाकर आप नागद्वारी पहुंच सकते है.

सुबह से श्रद्धालु नाग देवता के दर्शन के लिए निकलते हैं. 16 किमी की पैदल पहाड़ी यात्रा पूरी कर लौटने में भक्तों को 2 दिन लगते हैं. हर साल नाग देवता के दर्शन करने हजारों की तादाद में भक्त यहां पहुंचते हैं.

नागद्वारी मंदिर की गुफा करीब 35 फीट लंबी है. मान्यता है कि जो लोग नागद्वार जाते हैं, उनकी मांगी गई मनोकामना जरूर पूरी होती है. नर्मदापुरम, बेतूल, छिंदवाड़ा सहित खास तौर से महाराष्ट्र के कई जिलों से बड़ी संख्या में हर साल श्रद्धालु नाग पंचमी के अवसर पर नागद्वार में नाग देवता के दर्शन और अपनी मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद लेने के लिए नागद्वार पहुंचते हैं.

आज नागपंचमी है और नागपंचमी के अवसर पर नर्मदापुरम के हिल स्टेशन जिसे भगवान भोले की नगरी भी कहते हैं वहां नागद्वारी मेला चल रहा है. विशेष रूप से नागद्वारी मेला नागपंचमी के अवसर पर लगता है.

नागद्वारी मेले में सतपुड़ा के जंगल में स्थित नाग मंदिर में भक्त दर्शन के लिए जाते हैं. नागपंचमी के अवसर पर नागद्वारी में श्रद्धालुओ का सैलाब उमड़ रहा है. नाग मंदिर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 16 किलोमीटर की दुर्गम पैदल पहाड़ी यात्रा करना होता है.

इसके बाद नागद्वारी मंदिर की गुफा में नाग देवता के दर्शन होते हैं. नाग मंदिर की गुफा करीब 35 फीट लंबी है. ऐसा माना जाता है कि जो भी लोग नागद्वार जाते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. नागद्वारी यात्रा को मध्य प्रदेश की छोटी अमरनाथ यात्रा भी कहा जाता है.

पचमढ़ी में नागद्वारी मेले का आयोजन किया जा रहा है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के घने जंगलों में 10 दिनों तक चलने वाले इस नागद्वारी मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन इंतजाम करता है.

प्रशासन ने नागद्वारी मेले में 800 से 1000 जवानों का पुलिस फोर्स मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाया गया है. नागपंचमी के अवसर पर नागद्वारी मेले में श्रद्धालुओं की मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है. साथ ही सभी श्रद्धालु नाग देवता के दर्शन सुगमता से कर पाए, यह कोशिश किए जा रहे हैं.