खतरे के निशान के पास नर्मदा नदी, महेश्वर-मंडलेश्वर के घाट और मंदिर जलमग्न

खतरे के निशान के पास नर्मदा नदी, महेश्वर-मंडलेश्वर के घाट और मंदिर जलमग्न


Last Updated:

Khargone News: एसपी धर्मराज मीणा ने लोकल 18 से कहा कि नर्मदा नदी के किनारे पुलिस बल, एसडीआरएफ और नाविकों की तैनाती की गई है. घाटों और गांवों में मुनादी कर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. महेश्वर और मंडलेश्वर के …और पढ़ें

खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है. पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश के कारण बांध लबालब भर चुके हैं. इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर डैम के गेट खोल दिए गए हैं. इससे महेश्वर और मंडलेश्वर में नर्मदा नदी 144-145 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है. घाटों पर पानी भर गया है और कई प्राचीन मंदिर जलमग्न हो चुके हैं. प्रशासन ने निचली बस्तियों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया है.

जिले में नदी का जलस्तर खतरे के निशान 149 मीटर के करीब पहुंच चुका है. नर्मदा का सामान्य स्तर 140 मीटर के आसपास रहता है लेकिन इस समय यह चार मीटर से ज्यादा ऊपर है. एसपी धर्मराज मीणा ने लोकल 18 को बताया कि नर्मदा किनारे SDRF, पुलिस बल और नाविकों की तैनाती की गई है. घाटों और गांवों में मुनादी कर लोगों को सतर्क किया जा रहा है. मंडलेश्वर और महेश्वर के घाटों पर सुरक्षा की दृष्टि से नाव संचालन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है.

प्रशासन पूरी तरह सतर्क
ओंकारेश्वर डैम के 14 और इंदिरा सागर डैम के लगभग 12 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे लगातार जलप्रवाह बना हुआ है. जिला प्रशासन लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए एहतियाती उपाय अपनाए जा रहे हैं. महेश्वर, मंडलेश्वर और बड़वाह क्षेत्र में प्रशासन पूरी तरह सतर्क है.

मौसम विभाग की चेतावनी
बताते चलें कि जिले में 1 जून से 29 जुलाई 2025 तक 287.50 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 113 मिमी कम है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसके बाद क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है.

homemadhya-pradesh

खतरे के निशान के पास नर्मदा नदी, महेश्वर-मंडलेश्वर के घाट और मंदिर जलमग्न



Source link