छोटे से गांव की बेटी बनी DSP, अंशिका वैद्य ने अभ्यर्थियों को दिए सीक्रेट टिप्स

छोटे से गांव की बेटी बनी DSP, अंशिका वैद्य ने अभ्यर्थियों को दिए सीक्रेट टिप्स


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MPPSC Tips by DSP Anshika Vaidya: अंशिका वैद्य ने लोकल 18 से कहा, ‘यह मेरा तीसरा अटेम्प्ट था. पहले प्रयास में एग्जाम क्लियर नहीं हुआ था लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी. मोटिवेटेड रही. मेरा सपना था सिविल सर्विसेज म…और पढ़ें

सागर. एमपीपीएससी परीक्षा 2022 में टीकमगढ़ की बेटी अंशिका वैद्य का डीएसपी के पद पर सलेक्शन हुआ था और अब उन्हें जॉइनिंग भी मिल गई है. पहली पोस्टिंग सागर पुलिस हेडक्वार्टर प्रोविजनल डीएसपी के रूप में की गई है, जहां से वह पुलिस की कार्य प्रणाली को सीखने और समझने की शुरुआत करेंगी. अंशिका अपने पिता के साथ अपनी पहली जॉइनिंग लेने पहुंची थीं. इस दौरान वह काफी खुश नजर आईं.

बुंदेलखंड के सबसे छोटे और पिछड़े जिलों में शुमार टीकमगढ़ के एक छोटे से गांव की अंशिका वैद्य ने साल 2019 से एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की थी. 2020, 2021 और 2022 में उन्होंने लगातार परीक्षा दी. पहले प्रयास में अंशिका को असफलता हाथ लगी. दूसरे अटेम्प्ट में रिजल्ट होल्ड पर चला गया. इस दौरान उन्होंने निराश होने के बजाय अपनी जो कमियां थीं, उनपर काम किया और ज्यादा मेहनत लगन के साथ पढ़ाई की और सेल्फ स्टडी की दम पर तीसरी बार में एमपीपीएससी परीक्षा को क्लियर कर लिया.

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बहन से मिली प्रेरणा
अंशिका वैद्य ने लोकल 18 से बातचीत में कहा, ‘मेरी बहन जीएसटी कमिश्नर हैं. उनसे प्रेरणा मिली. इसके अलावा कई और उदाहरण देखे कि समाज की सेवा करने के लिए सिविल सर्विस अच्छा विकल्प है. इस सेवा के जरिए लोगों की मदद कर सकते हैं.’ MPPSC की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए उन्होंने कुछ जरूरी टिप्स भी दिए. उन्होंने कहा कि तैयारी करने वाले अभ्यर्थी सबसे पहले तो जो उनकी रेफरेंस बुक है, उसके सिलेबस को समझें. अगर आपको सिलेबस समझ में आता है और लगता है कि इसको हम कंप्लीट कर सकते हैं, तो फिर आपको रेफरेंस बुक पढ़नी चाहिए. उसके बाद जो टेस्ट सीरीज हैं, प्रीलिम्स और मेंस एक साथ, जो आपकी तैयारी है और ओल्ड पेपर हैं, उनको लेकर ही प्रिपरेशन करनी चाहिए.

खुद पर विश्वास बनाए रखें
अंशिका वैद्य ने कहा, ‘यह मेरा थर्ड अटेम्प्ट था. फर्स्ट अटेम्प्ट में एग्जाम क्लियर नहीं हुआ था लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी. मोटिवेटेड रही और एक सपना था सिविल सर्विसेज में जाने का, इसलिए जो कमियां थीं, उनपर काम किया. और ज्यादा मेहनत की और खुद के ऊपर विश्वास था, इसलिए दूसरे लोगों से भी यही कहूंगी कि अपने ऊपर विश्वास बनाए रखें. धीरे-धीरे हर एक स्टेप बढ़ें, तो आपको सफलता जरूर मिलेगी.’

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