सही नस्ल की भैंसों का चुनाव आपके दूध उत्पादन को कई गुना बढ़ा सकता है. ऐसी भैंसें न केवल अधिक दूध देती हैं, बल्कि उनकी दूध की गुणवत्ता भी बेहतर होती है, जिससे आपको बाज़ार में अच्छा दाम मिल सकता है. आइए जानते हैं कुछ ऐसी प्रमुख भैंसों की नस्लों के बारे में जो अपने अत्यधिक दूध उत्पादन के लिए जानी जाती हैं.
इनकी पहचान इनके काले चमकदार रंग, छोटे और घुमावदार सींगों, और भारी-भरकम शरीर से होती है. एक स्वस्थ मुर्रा भैंस औसतन एक दिन में 15 से 20 लीटर तक दूध दे सकती है. कुछ उच्च गुणवत्ता वाली मुर्रा भैंसें तो प्रतिदिन 20 लीटर से भी ज़्यादा दूध देने की क्षमता रखती हैं. इनके दूध में वसा (फैट) की मात्रा भी अधिक होती है, जो डेयरी उत्पादों के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है. अगर आप दूध का व्यवसाय कर रहे हैं और उसे बड़े पैमाने पर ले जाना चाहते हैं, तो मुर्रा भैंसें आपके लिए सबसे उत्तम विकल्प हैं.
यह नस्ल औसतन दिन में 16 से 17 लीटर तक दूध दे सकती है. इनके दूध में भी वसा की अच्छी मात्रा पाई जाती है. नीली रावी भैंसें बीमारियों के प्रति भी काफी प्रतिरोधी होती हैं, जिससे किसानों को उनके स्वास्थ्य पर ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. दूध उत्पादन के साथ-साथ ये भैंसें अपनी प्रजनन क्षमता के लिए भी जानी जाती हैं.
महसाना भैंस: दो नस्लों का बेहतरीन संगममहसाना भैंस गुजरात के महसाना जिले में विकसित की गई एक संकर नस्ल है, जो मुर्रा और सुरती भैंसों के संकरण से बनी है. इस नस्ल में दोनों के अच्छे गुण मौजूद हैं, जिसके कारण यह अच्छी मात्रा में दूध देती है.
महसाना भैंसें औसतन एक दिन में 12 से 14 लीटर तक दूध दे सकती हैं. ये भैंसें अपनी लंबी दुग्ध अवधि (lactation period) के लिए भी जानी जाती हैं, जिसका अर्थ है कि वे अधिक समय तक दूध देती हैं. इनका स्वभाव शांत होता है और ये डेयरी फार्मिंग के लिए बहुत उपयुक्त मानी जाती हैं. अपने दूध के व्यवसाय को नई दिशा देंइन नस्लों का चुनाव करके और सही पोषण व देखभाल प्रदान करके, आप निश्चित रूप से अपने दूध के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. दूध का व्यवसाय अब केवल खेती का पूरक नहीं रहा, बल्कि यह एक स्वतंत्र और लाभदायक व्यवसाय के रूप में उभर रहा है. सही नस्ल का चुनाव आपको इस व्यवसाय में सफलता दिला सकता है और आपके लिए दूध की नदियां बहा सकता है.