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khandwa News : खंडवा की जनसुनवाई में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जब एक दिव्यांग व्यक्ति शफीक शेख अपनी दो पत्नियों को लेकर गुहार लगाने पहुंचा. उसने अधिकारियों से कहा कि उसकी दोनों पत्नियां उससे अलग-अलग रह…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- दिव्यांग पति दोनों बीवियों को साथ रखना चाहता है.
- दोनों बीवियां अलग-अलग रहती है, इससे है परेशानी.
- पति बोला- साहब! किसी काम में मन नहीं लगा पाता,
खंडवा. कलेक्टर जनसुनवाई के दौरान एक ऐसा मामला सामने आया जिसे सुनकर हर कोई चौंक गया. भगवानपुरा, खरगोन के रहने वाले शफीक शेख नामक दिव्यांग युवक ने अधिकारियों से गुहार लगाई कि उसकी दोनों पत्नियां आपस में नहीं निभा पा रहीं, कृपया उन्हें समझाइए कि वे साथ रह लें. शफीक खुद आंखों से दिव्यांग है और उसकी दोनों पत्नियां भी दृष्टिबाधित हैं. वह चाहता है कि परिवार एकजुट रहे और बच्ची का भविष्य सुरक्षित रहे. शफीक ने जनसुनवाई में अपनी बात रखी और कहा कि दोनों बीवियां आपस में जलन करती हैं. मेरा जीवन मुश्किल कर दिया है, इनको मना दीजिए, समझा दीजिए. इनके कारण घर की शांति खत्म हो गई है. ना खा पा रहा हूं ना ही रात को सो पा रहा हूं.
दरअसल यह पूरा मामला खंडवा की जनसुनवाई का है. जब एक दिव्यांग व्यक्ति शफीक शेख अपनी दो पत्नियों को लेकर गुहार लगाने पहुंचा. उसने अधिकारियों से कहा कि उसकी दोनों पत्नियां उससे अलग-अलग रह रही हैं और आपसी जलन के कारण साथ नहीं रहना चाहतीं. शफीक दोनों को साथ रखना चाहता है ताकि घर न टूटे. वह खुद और दोनों पत्नियां आंखों से दिव्यांग हैं. पहली पत्नी 2022 में और दूसरी 2024 में विवाह में आई, लेकिन अब ससुराल पक्ष दबाव बना रहा है कि एक को छोड़ दो. कलेक्टर ने मामला महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपा है. अधिकारी अब परिवार की काउंसलिंग कर सुलह कराने की कोशिश करेंगे.
शफीक की पहली शादी 2022 में हुई थी जिससे उसकी एक 2 साल की बेटी भी है. दूसरी शादी 2024 में इंदौर की रहने वाली युवती से की. वर्तमान में पहली पत्नी शफीक के साथ रह रही है लेकिन दूसरी पत्नी अपने मायके में है. शफीक ने बताया कि जब दूसरी पत्नी फोन करती है तो पहली को जलन होती है और इसी वजह से झगड़े होते हैं. अब हालत ये है कि न कमाने में मन लगता है, न खाने में. रात की नींद उड़ गई है.
ससुराल पक्ष बना रहा दबाव, एक को छोड़ो; लेकिन…
शफीक का कहना है कि पहली पत्नी के ससुराल पक्ष का कहना है कि या तो दूसरी पत्नी को छोड़ो या फिर पहली को. लेकिन वह दोनों को छोड़ना नहीं चाहता, क्योंकि वह दोनों से बराबर का रिश्ता निभाना चाहता है. उसने जनसुनवाई में यहां तक कहा कि दोनों चाहें तो उससे लिखवाकर रख लें कि वह दोनों पर बराबर खर्च करेगा और कोई भेदभाव नहीं करेगा.
प्रशासन करेगा काउंसलिंग, टूटा परिवार जोड़ेगा
खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि मामला पारिवारिक है इसलिए इसे महिला एवं बाल विकास विभाग को भेजा गया है. जिला कार्यक्रम अधिकारी रत्ना शर्मा ने कहा कि हम दोनों पत्नियों की काउंसलिंग करेंगे, उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे. हमारी प्राथमिकता यही है कि घर न टूटे. ऐसे मामलों में धैर्य जरूरी होता है.
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें