नागपंचमी पर रोटियां बनाने से हो जाता है अनर्थ, बुंदेलखंड की अजब-गजब परंपरा

नागपंचमी पर रोटियां बनाने से हो जाता है अनर्थ, बुंदेलखंड की अजब-गजब परंपरा


Last Updated:

Nag Panchami 2025: इस दिन हम लोग शुद्ध देसी घी की पूरी बनाते हैं. जिसके यहां इसकी व्यवस्था नहीं होती, तो उनके घर में बाटियां बनाई जाती हैं. दशकों से जो परंपरा चली आ रही है, वो आज भी कायम है. नागपंचमी के दिन पूज…और पढ़ें

सागर. आज यानी मंगलवार को पूरे देश में नागपंचमी (Nag Panchami 2025) मनाई जा रही है. इस दिन लोग नागदेवता की पूजा-अर्चना करते हैं. कोई नागदेवता के मंदिर जाता है, तो कोई घर आने वाले सपेरों के सांपों को दूध पिलाता है लेकिन बुंदेलखंड में नागदेवता को अलग ही तरह से प्रसन्न किया जाता है. यहां पर नागपंचमी के दिन रोटी, पराठा, खीर, खिचड़ी और चावल नहीं बनाए जाते हैं. इस दिन किसी भी घर में चूल्हे पर तवा नहीं चढ़ाया जाता है और हिंदू धर्म में भूल से भी ऐसी गलती नहीं करते हैं. दरअसल इसके पीछे मान्यता है कि तवे को नागराज की पीठ या फन माना जाता है. अगर इसे चूल्हे पर चढ़ाएंगे, तो उन्हें तकलीफ होगी. उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसलिए ऐसा किया जाता है.

सागर निवासी द्रौपदी बाई गौतम ने लोकल 18 को बताया कि जब हमारी सास थीं, जेठानी थीं, मां थीं, तो उनसे सुनते हुए आते थे कि कितना ही कुछ बन जाए, बिगड़ जाए लेकिन नागपंचमी के दिन चूल्हे पर तवा नहीं चढ़ता है और न ही रोटी बनानी है. माना जाता है कि ऐसा करने से अनर्थ होता है. इस दिन हम लोग शुद्ध घी की पूरी बनाते थे. जिसके यहां इसकी व्यवस्था नहीं होती थी, तो उनके घर में बाटियां बनाई जाती थीं. दशकों से जो परंपरा चली आ रही है, वो आज भी जारी है. आज भी नागपंचमी के दिन किसी के घर में रोटी नहीं बनाई जाती हैं. पूजा करने के बाद लोग पूरी-सब्जी, बाटी और फरा बनाते हैं.

बच्चों की जिद्द से परेशान? नागपंचमी पर अपनाएं ये पारंपरिक उपाय, मिलेगा चमत्कारिक असर

नागपंचमी पर क्यों नहीं बनाते चावल?
उन्होंने आगे बताया कि नागपंचमी के दिन चावल भी नहीं बनाए जाते हैं. इसके पीछे मान्यता है कि चावल नागदेवता के दांत होते हैं. नागदेवता के मुंह को राहु और पूंछ को केतु माना जाता है, इसलिए इनको प्रसन्न रखने के लिए ऐसा किया जाता है. अगर नागदेवता प्रसन्न रहेंगे, तो घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहेगी. वह परिवार के बच्चों की रक्षा करेंगे. इन मान्यताओं को पूरा करने से न तो वह कभी सपने में दिखाई देते हैं और न ही कभी अन्य किसी तरह की परेशानी आती है. लोग हर तरह से सुरक्षित रहते हैं.

homeajab-gajab

नागपंचमी पर रोटियां बनाने से हो जाता है अनर्थ, बुंदेलखंड की अजब-गजब परंपरा

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



Source link