‘नागराज’ का डर या आस्था? जबलपुर के इस गांव में नाग पंचमी पर नहीं पकता खाना, मंदिर में जुटते हैं लोग

‘नागराज’ का डर या आस्था? जबलपुर के इस गांव में नाग पंचमी पर नहीं पकता खाना, मंदिर में जुटते हैं लोग


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Jabalpur News: जबलपुर के कांटी गांव में नाग पंचमी पर चूल्हा नहीं जलाया जाता. ग्रामीण नागराज को अपना इष्ट देव मानते हैं और पूरे गांव के लोग मंदिर में एकत्र होकर सामूहिक भोग चढ़ाते हैं.

हाइलाइट्स

  • जबलपुर की अनोखी परंपरा में नाग पंचमी
  • गांववाले मंदिर में इकठ्ठा होकर गक्कड़-भर्ता चढ़ाते हैं
  • नागराज के डर से थमता जनजीवन
जबलपुर. एमपी अजब है और सबसे गजब है, दरअसल आज नाग पंचमी है. ऐसे में कहानी जबलपुर के उस गांव की, जहां ग्रामीणों की यह परंपरा प्रदेश भर में सुर्खियों में है, जहां एमपी के इस गांव के मालिक नाग़राज हैं, जहां नाग के दहशत से नाग पंचमी के दिन गांव के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जलाया जाता, बल्कि पूरा गांव मंदिर में जाकर इकट्ठा हो जाता है.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं. जबलपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर पाटन के कांटी गांव की. आजादी के पहले से एक अनोखी परंपरा वर्षो से चली आ रही है. जहां नाग पंचमी के दिन पूरा गांव जन बच्चें से लेकर बूढ़े तक नाग देवता के मंदिर में सुबह से ही इकट्ठा हो जाता है. जहां सभी गांव के लोग अपने-अपने घरों से कंडे और लकड़ी लाते हैं और गक्कड़ भर्ता बनाते हैं. इसके बाद भोलेनाथ को प्रसाद रूप चढ़ाया जाता है फिर पूरा गांव मिलकर भोजन स्वरूप ग्रहण करता है.

एक घटना ने गांव को दिया था झकझोर
ग्रामीण रमन सिंह बताते हैं. गांव में चूल्हा ना जलने की परंपरा वर्षो से चली आ रही है हालांकि इस परंपरा को तोड़ने का प्रयास भी किया गया था, लेकिन जैसे ही गांव की एक महिला ने घर में जाकर गैस से भोजन बनाने के बारे में सोचा. इसी दौरान गैस के नजदीक नाग राज निकल आए. इसके बाद से ही गांव में हड़कंप मच गया. तब से लेकर आज तक पूरा गांव इकट्ठा हो जाता है. जहां नाग पंचमी के दिन घर में भोजन करना वर्जित होता है.

मंदिर में पूजन-अर्चन
ग्रामीणों का कहना है कांटी गांव के लोग नाग देवता को ही अपना इष्ट देव मानते हैं. जहां गांव की जमींदार को नाग देवता माना जाता है. इस मंदिर को ठाकुर बाबा के नाम से भी जाना जाता है. नाग देवता के नाराज होने के चलते ग्रामीण मंदिर प्रांगण में इकट्ठा होते हैं और गक्कड़, गुड़, शक्कर मलीदा और अचार को भोजन स्वरूप ग्रहण करते हैं. बहरहाल मध्यप्रदेश के इस अनोखे गांव की परंपरा देखते ही बनती है, जहां नाग पंचमी के अवसर पर भक्तों का जन सैलाब उमड़ता है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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