Last Updated:
Nag Panchami 2025: नाग पंचमी 2025 सावन की शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाई जाएगी. बुंदेलखंड में नाग देवता की पूजा के लिए आटे से फरा बनाए जाते हैं और उन्हें बामी के पास भोग लगाया जाता है.
हाइलाइट्स
- नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा
- नाग देवता की पूजा के लिए आटे से फरा
- बच्चों की जिद्द को खत्म करने वाली बुंदेलखंड की मिसाल
सागर की बुजुर्ग दादी मां द्रोपती बाई बताती हैं कि नाग पंचमी के दिन आटे के नाग बनाए जाते हैं, फिर इनको पानी में उबाला जाता है. पूजा करने के बाद इनको दूध, घी, गुड़ डालकर बड़े, जो के साथ खुद खाते हैं और बच्चों को खिलाते हैं. कहते हैं कि कुछ बच्चे बहुत ज्यादा जिद करते हैं. किसी की कोई बात नहीं सुनते हैं उन्होंने जो एक बार कह दिया तो फिर वह करवा कर रहते हैं, जैसे ही किसी को बाजार की कोई चीज चाहिए, तो जब तक मिल नहीं जाती तब तक वह मानते नहीं है. तो ऐसे बच्चों की जिद काम हो जाए. वह लोगों की बात सुनने लगे इसके लिए नाग पंचमी के दिन यह फरा बनाए जाते हैं.
नाग देवता का घर बामी को कहा जाता है और यह अक्सर नदी किनारे खेतों में और जंगलों में देखने को मिलती हैं. पहले यह खूब दिखाई देती थी, लेकिन आजकल कम दिखाई देने लगी हैं. ऐसे में लोग बेल के पेड़ के पास भी या फिर शंकर जी के मंदिर में ले जाकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं.नाग पंचमी के दिन नाग का दिखाई देना बहुत ही शुभ माना जाता है. नाग देवता की पूजा अर्चना करने से वह परिवार की रक्षा करते हैं.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked … और पढ़ें