साथ ही इन दवाओं के स्प्रे का इंसानी शरीर पर भी साइड इफेक्ट देखा जा रहा है. ऐसे में सागर कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. राजेश त्रिपाठी ने बताया कि किसान कैसे सावधान रहें, ताकि उनका नुकसान न हो. उन्होंने दवा खरीदने से लेकर छिड़काव और सावधानी बरतने के कुछ जरूरी टिप्स बताए, जो किसानों के लिए कारगर साबित होंगे.
डॉ. राजेश त्रिपाठी ने बताया, जब कीटनाशक डालते हैं तो बारिश के मौसम में न डालें. क्योंकि, जब आप कीटनाशक डालकर आते हैं और पानी बरस गया तो कीटनाशक का कोई फायदा नहीं होगा. इसलिए मौसम का ध्यान रखें, बारिश का मौसम न हो. सुबह या शाम डालने की कोशिश करें, तेज धूप न हो. खेत में जब नमी हो तब ही डालें और पर्टिकुलर डोज का उपयोग करें.
कीटनाशक डालते समय ये काम जरूर करें
थोड़ी सावधानी यह भी बरतने की जरूरत है कि यह इनसेक्टिसाइड जहरीला होता है, तो डालते समय मुंह पर मास्क लगाएं, आंखों में चश्मा लगाएं, एप्रोन पहनें, गम बूट पहनें और पूरा शरीर ढक लें. ताकि शरीर का कोई भी भाग खुला ना रहे. स्प्रे करते समय खाने-पीने की चीजों का उपयोग न करें. स्प्रे करने के बाद अच्छे से हाथ-पांव धो लें, साबुन लगाकर. उसके बाद ही खाने-पीने की चीजों का उपयोग करें.
हमेशा लाइसेंस वाली दुकान से खरीदें
आगे बताया, जब भी फसल पर स्प्रे करें तो बीडसाइड के बाद इंसेंटिसाइड न डालें, उसमें भी बहुत ज्यादा फसल प्रभावित होती है. अगर बीडसाइड डाला है तो मशीन की अच्छे से धुलाई कर लें. सबसे बड़ी बात, कीटनाशक हमेशा लाइसेंस वाली दुकान से खरीदें. पक्का बिल जरूर लें. दवा का छिड़काव निश्चित और तय मात्रा में ही करें.