पिछले कुछ महीनों में बारिश की अनियमितता, फसल का नुकसान और डीजल-खाद के दाम बढ़ने से हरी मिर्च की पैदावार घट गई. वहीं मांग लगातार बनी रही. यही वजह है कि खंडवा, बुरहानपुर, हरदा जैसे जिलों में मिर्च के रेट आसमान छू रहे हैं. अब जानते हैं घर पर गमले में मिर्च कैसे उगाएं.
एक मध्यम आकार का गमला या बाल्टी (जिसमें छेद हो)
थोड़ी सी अच्छी मिट्टी (गार्डन वाली हो तो बेहतर)
घर की बची हुई मिर्च के बीज (सूखी या ताजी मिर्च के अंदर से निकाले जा सकते हैं)
दो खास चीजें- छाछ का पानी और राख (राखड़)
स्टेप बाय स्टेप तरीका
1. बीज तैयार करें- घर में जो हरी मिर्च बची हो, उसे दो दिन तक सुखाकर उसके बीज निकाल लें. बीजों को एक दिन तक पानी में भिगो दें, जिससे अंकुरण तेज हो.
3. मिट्टी डालें- अब गमले में मिट्टी भरें और उसमें छाछ मिलाएं. छाछ पौधे के लिए नैचुरल फर्टिलाइजर का काम करती है और मिट्टी के पीएच को बैलेंस करती है.
5. पानी दें- हर सुबह थोड़ा पानी दें लेकिन ध्यान रहे कि ज्यादा पानी देने से बीज सड़ सकते हैं.
बस एक हफ्ते में छोटे-छोटे पौधे नजर आने लगेंगे और करीब 30 से 40 दिन में मिर्च के फूल और फिर मिर्च लगने लगेगी. अगर आप लगातार हर 10 दिन में छाछ और राख मिलाते रहें, तो एक ही गमले से 10-15 बार तक ताजी हरी मिर्च मिलती रहेगी.
गमले में न हों चार से ज्यादा पौधे
छाछ अगर रोजाना न मिले, तो सप्ताह में एक बार जरूर डालें. एक गमले में चार से ज्यादा पौधे न रखें, वरना ग्रोथ धीमी हो जाएगी. मिर्च को धूप वाली जगह रखें, कम से कम 5-6 घंटे धूप मिलनी चाहिए. इस पूरी प्रक्रिया के बाद अब आपको महंगी मिर्च खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सिर्फ एक बार मेहनत करें और फिर पूरे साल घर में उगी हरी मिर्च खाएं. इससे न सिर्फ पैसे की बचत होगी बल्कि केमिकल मुक्त ताजी और घरेलू मिर्च से खाने का स्वाद भी बढ़ेगा.