इंदौर जैसा मॉडल अब 10 शहरों में, स्वच्छ सर्वेक्षण को मिली नई दिशा
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के कम से कम 10 शहरों को इंदौर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. वर्तमान में 338 शहर ओडीएफ डबल प्लस और 24 शहर वॉटर प्लस प्रमाण-पत्र पा चुके हैं. इंदौर लगातार 8वीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है, जबकि भोपाल को दूसरा स्थान मिला है. उज्जैन संभाग के 66 में से 56 शहरों ने अपनी रैंक सुधारी है, जिससे साफ है कि स्वच्छता अब स्थानीय प्रशासन की प्राथमिकता बन चुकी है.
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भोपाल में 11-13 अक्टूबर को ‘मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट’ आयोजित किया जाएगा. इससे पहले 12-13 अगस्त को ग्वालियर और 20-21 सितंबर को इंदौर में रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव होंगे. इन आयोजनों में होटल-रिसोर्ट मालिकों, टूर ऑपरेटरों और निवेशकों को एक मंच मिलेगा. रीवा में हाल ही में हुए ऐसे ही कार्यक्रम में 3000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो पर्यटन को बूस्ट देने वाला कदम साबित हो सकता है.
पीएमश्री वायुसेवा अब IRCTC पोर्टल पर, चित्रकूट व शहडोल में विकास
अब PMShri वायुसेवा की बुकिंग IRCTC पोर्टल पर भी शुरू कर दी गई है, जिससे आम यात्रियों को सुविधा मिलेगी. वहीं शहडोल में 15.60 करोड़ की लागत से फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट का उद्घाटन हुआ और चित्रकूट में 27 करोड़ के आध्यात्मिक विकास कार्यों का शिलान्यास हुआ. साथ ही वेंकट भवन के संरक्षण के लिए 20 करोड़ और मंडला, सिवनी, डिंडोरी में कला केंद्रों के निर्माण के लिए एमओयू भी हुए हैं.
मंदसौर से पचमढ़ी तक, ‘विलक्षण स्थलों’ को मिलेगा पर्यटन विकास का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदसौर का धर्मराजेश्वर मंदिर, पचमढ़ी का नागद्वारी, और प्रदेश के अन्य विलक्षण प्राकृतिक और धार्मिक स्थल पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जाएंगे. डिजिटल प्रचार के लिए ‘बारकोड एंटरटेनमेंट’ व ‘क्विकी डिजिटल’ से अनुबंध भी किए गए हैं. यानी अब MP के अनदेखे पर्यटन रत्न भी राष्ट्रीय नक्शे पर लाने की तैयारी है.