Nag Panchami 2025: खुल गए श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, होगी खास पूजा

Nag Panchami 2025: खुल गए श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, होगी खास पूजा


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Ujjain News: श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट सोमवार आधी रात को खोल दिए गए. सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत विनीतगिरी महाराज ने विधिविधान से त्रिकाल पूजन और अभिषेक किया. आज रात 12 बजे मंदिर के पट फिर बंद कर …और पढ़ें

श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर में होगी खास पूजा.

हाइलाइट्स

  • नाग पंचमी पर महाकाल की नगरी में आस्था का संगम
  • श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट सोमवार आधी रात खोले गए
  • श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर में होगी खास पूजा
उज्जैन. नाग पंचमी पर महाकाल की नगरी उज्जैन एक बार फिर श्रद्धा के महासागर में डूब गई. साल में सिर्फ एक बार खुलने वाले श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट आधी रात को खोले गए. पहले दर्शन का सौभाग्य मिला अखाड़ा महंत को. प्रशासन को इस बार 10 लाख श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है. लिहाजा सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं. उज्जैन के महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट सोमवार आधी रात 12 बजे शुभ मुहूर्त में खोले गए. साल में सिर्फ एक बार नाग पंचमी पर इस अलौकिक दर्शन का अवसर मिलता है.

सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत विनीतगिरी महाराज ने विधिविधान से त्रिकाल पूजन और अभिषेक किया. इस पूजन में प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, जल संसाधन मंत्री सम्पतिया उइके और प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.

विराजमान हैं फन फैलाए नाग
भगवान श्री नागचंद्रेश्वर की यह प्रतिमा 11वीं शताब्दी की मानी जाती है. शिव-पार्वती की इस प्रतिमा में फन फैलाए नाग पर विराजमान हैं. साथ ही नंदी, सिंह और सप्तमुखी नाग भी इस अद्भुत स्वरूप में शामिल हैं. मंगलवार दोपहर 12 बजे अखाड़ा की ओर से एक और विशेष पूजन होगा. फिर रात 12 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे.

इस खास पर्व पर करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने की संभावना को देखते हुए 200 वरिष्ठ अधिकारी, 1800 से अधिक पुलिसकर्मी और 2500 से ज्यादा सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए गए हैं. सुरक्षा निगरानी के लिए 560 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.

श्रद्धालुओं के लिए खास व्यवस्था
श्रद्धालुओं के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था की गई है. चारधाम मंदिर से लाइन शुरू होकर हरसिद्धि मंदिर चौराहे, बड़ा गणेश होते हुए गेट क्रमांक 4 से प्रवेश मिलेगा. इसके बाद विश्रामधाम से एयरो ब्रिज के ज़रिए श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर मंदिर तक पहुंचेंगे. दर्शन के बाद वापसी ब्रिज से विश्रामधाम के नीचे होकर होगा. महाकाल मंदिर में प्रवेश महाकाल लोक के नंदी द्वार से होगा. श्रद्धालु मानसरोवर भवन, टनल और कार्तिकेय मंडपम होते हुए महाकाल गर्भगृह पहुंच सकेंगे.

श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए अलग-अलग मार्गों से 13 पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं. चार पहिया और दोपहिया दोनों के लिए अलग-अलग स्थान तय किए गए हैं. भारी वाहनों के लिए भी डायवर्जन प्लान लागू किया गया है ताकि शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे. कई मार्गों पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी. हरिफाटक, शंकराचार्य, नरसिंहघाट, दानीगेट, छत्री चौक समेत कई इलाकों को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है. नागपंचमी पर उज्जैन एक बार फिर अध्यात्म, आस्था और अनुशासन का अद्भुत संगम बना हुआ है. अगर आप दर्शन के लिए आ रहे हैं, तो प्रशासन की ओर से जारी रूट मैप और निर्देशों का पालन जरूर करें.

Preeti George

Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various …और पढ़ें

Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various … और पढ़ें

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