लगातार बारिश के कारण बमोरी इलाके के कलोरा बांध की वेस्ट बीयर टूट गई है
मंगलवार को जिले में हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक लगातार बारिश के कारण बमोरी इलाके के कलोरा बांध की वेस्ट बीयर टूट गई है। बांध टूटने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सावधानी के तौर पर बबीना से सेना की
.
12 घंटों में हुई 9 इंच से अधिक बारिश के कारण शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। जिले के लगभग सभी नदी-नाले उफान पर हैं। नानाखेड़ी इलाके में सड़कों पर पांच फीट तक पानी भर गया है।
आठ गांवों में भरा पानी, SDERF तैनात
सोमवार-मंगलवार की रात हुई बारिश के बाद बमोरी इलाके में स्थित कलोरा बांध की वेस्ट बीयर लगभग 10 फीट तक टूट गई। इससे आसपास के गांवों में पानी भर गया। प्रभावित गांवों में सिंगापुर, तुमड़ा, कुड़का, बंधा, उमरधा, बनियानी और राजस्थान सीमा से लगे मामली और बिलोदा शामिल हैं।
प्रशासन ने जलमग्न क्षेत्रों से ग्रामीणों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल और एसडीएम शिवानी पांडे ने मौके का जायजा लिया। स्थिति से निपटने के एसडीईआरएफ की टीम को भी तैनात किया गया है।
बांध टूटने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सावधानी के तौर पर बबीना से सेना की टुकड़ी बुलाई है।
कलोरा बांध टूटने की आशंका, NDRF और सेना तैनात
कलोरा बांध की वेस्ट बीयर टूटने के बाद अब पूरे बांध के टूटने की आशंका है। इससे आसपास के गांवों के जलमग्न होने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर NDRF और सेना को बुला लिया है।
कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने बताया कि विपरीत परिस्थिति में ग्रामीणों को रेस्क्यू करने की आवश्यकता पड़ सकती है। NDRF की टीम ग्वालियर से और सेना की टुकड़ी बबीना से गुना पहुंच गई है।
पहले से ही बांध की वेस्ट बीयर के 10 फीट तक टूटने से आसपास के सिंगापुर, तुमड़ा, कुड़का, बंधा, उमरधा, बनियानी और राजस्थान सीमा से लगे मामली और बिलोदा गांवों में पानी भर गया है। बता दें कि बांध की क्षमता 100 हैक्टेयर है।

बच्चों को गांवों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
1956 में बना था तालाब
फतेहगढ़ से लगभग 20 किलोमीटर दूर राजस्थान सीमा पर स्थित कलोरा तालाब की वेस्ट बीयर टूटने से क्षेत्र में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। 1956 में निर्मित यह तालाब बमोरी इलाके के प्राचीन जलाशयों में से एक है।
जल भराव क्षमता 4.74 MCM
इस तालाब की जल भराव क्षमता 4.74 MCM है। यह पाड़ोन इलाके के कई गांवों में सिंचाई का प्रमुख स्रोत है। वर्तमान में बांध के पूरी तरह टूटने की आशंका को देखते हुए NDRF और सेना की टीमें मौके पर तैनात की गई हैं। आसपास के गांवों में पानी भर जाने से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया।
कलोरा बांध: 11 गांवों में अलर्ट, 3,550 ग्रामीणों को किया सतर्क
बांध के टूटने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने गुना जिले के आठ और राजस्थान के तीन गांवों में अलर्ट जारी किया है। इन गांवों में रहने वाले 3,550 ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है।
इन गांवों में अलर्ट जारी किया गया है…
गुना जिले के गांव
- सिंगापुर
- तुमड़ा
- रंगपुरा
- कुड़का
- बनियानी
- बंधा
- उमरदा
- सोडा
राजस्थान के गांव
- बिलोदा
- पचलावदा
- मामली
प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए NDRF और सेना की टीमों को तैनात कर रखा है।
देखिए मौके की तस्वीरें…

SDERF ने आसपास के गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया।
