रिटायरमेंट के बाद नहीं टूटा हौंसला, इस रेलवे कर्मचारी ने पेंशन के साथ शुरू की खेती, 4 लोगों को भी दिया रोजगार

रिटायरमेंट के बाद नहीं टूटा हौंसला, इस रेलवे कर्मचारी ने पेंशन के साथ शुरू की खेती, 4 लोगों को भी दिया रोजगार


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Agriculture News: बालाघाट के 78 वर्षीय रुपलाल बागड़े ने रेलवे से रिटायरमेंट के बाद पारंपरिक खेती छोड़कर आधुनिक तकनीकों से सब्जी खेती शुरू की. ड्रिप इरिगेशन और जल निकासी जैसी सुविधाओं से वह साल भर खेती कर लाखों …और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • किसान बनकर बना लाखों की कमाई
  • पेंशन के साथ आधुनिक खेती से कमाई
  • पेंशन के साथ सब्जी की खेती
बालाघाट. आमतौर पर देखा जाता है कि लोग रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी जीना चाहते हैं. खासतौर से तब जब वह सरकारी नौकरी कर रहे हों. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि सरकारी नौकरी के बाद लोगों को पेंशन मिलती है. ऐसे में वह रिटायरमेंट के बाद अपने परिवार के साथ आराम की जिंदगी बिताते हैं, लेकिन बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित रेंगा टोला में एक ऐसे किसान है, जिन्होंने रिटायरमेंट के तुरंत बाद ही एक नया काम शुरू किया है. ये काम खेती बाड़ी का है. इतना ही नहीं वह अपने काम से न सिर्फ लाखों की कमाई कर रहे हैं, बल्कि गांव के चार लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं. ऐसे में 78 साल के बुजुर्ग की कहानी.

रिटायरमेंट के बाद शुरू की खेती
रेंगा टोला के रहने वाले रुपलाल बागड़े पहले रेलवे में काम करते थे. इसके बाद वह साल 2008 में रेलवे से रिटायर हुए. उन्हें साल भर में करीब 8 लाख 64 हजार रुपए की आय सिर्फ पेंशन से होती है. इसके बावजूद उन्होंने अपने पुरखों की खेती करने का फैसला किया. पहले वह बटाई देते थे. इसमें धान की खेती करते थे. लेकिन उन्हें समझ आया कि पारंपरिक खेती करेंगे तो नुकसान ही होगा.

ऐसे बना आधुनिक खेती का मन
बालाघाट को धान की खेती के लिए जाना जाता है, लेकिन रुपलाल बागड़े को समझ गया है कि धान की खेती से भला नहीं हो पाएगा. उनका कहना है कि धान की खेती सिर्फ चार महीने होती है लेकिन साल भर खेती खाली पड़ी रहती है. सरसों की खेती भी की लेकिन आवारा पशुओं से वह भी खराब हो गई. ऐसे में उनके बेटे ने उन्हें आधुनिक खेती की सलाह दी है. इसके बाद उन्हें राजनांदगांव के एक एग्रीकल्चर एक्सपर्ट की मदद से खेती शुरू की.

अब हो रही जबरदस्त खेती
रुपलाल बागड़े ने बताया कि उन्होंने खेत में आधुनिक उपकरण लगाए. इसमें उन्होंने ड्रिप इरिगेशन जैसे उपकरण लगाए. इसके अलावा दवाई छिड़काव के लिए भी अच्छे पंप का इस्तेमाल करते हैं. वहीं, जल निकासी के लिए खेत के आसपास नाली बनाई है, जिससे खेत का पानी आसानी बाहर निकल जाता है. अब वह भारी बारिश में भी सब्जियों की खेती कर पा रहे हैं. अब वह बैगन, लौकी, तोर्रई, बरबटी, भिंडी सहित कई सब्जियों की खेती करते हैं.

किसानी से भी लाखों की कमाई
रुपलाल बागड़े बताते हैं कि उनके खेत से उन्हें साल भर कमाई होती है. वह एक मुश्त व्यापारियों को सब्जियां बेचते हैं. यह सब्जियां सीधे खेत से मंडी पहुंचती है. ऐसे में उन्हें लगातार कमाई होती है. ऐसे में वह साल भर गांव के चार लोगों को रोजगार भी देते हैं.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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