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Different Types of Rod for Strong Home: घर बनाते वक्त छोटी सी गलती बहुत भारी पड़ सकती है. ऐसे में कौन से छड़ का इस्तेमाल करना चाहिए आइए जानते हैं इसके बारे में…
मन में अक्सर यहीं सवाल आता है…रॉड जितनी मोटी होगी, उतना ही घर मजबूत होगा या फिर लेंटर मजबूत होगा. लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. यह मालिक के ऊपर डिपेंड करता है. जहां अलग-अलग परिस्थितियों के अनुसार रॉड का उपयोग किया जाता है. जहां ढलाई में अलग तो कॉलम में अलग साइज के रॉड का इस्तेमाल होता है. जहां रॉड के आकार मतलब व्यास में बदलाव होते जाते हैं.
बिल्डर एक्सपर्ट वेद कोरी बताते हैं निर्माण उद्योग में मजबूत टिकाऊ और विश्वसनीय ढांचा सबसे अहम भूमिका निभाता है. जो हमेशा नींव का काम करता है. किसी भी निर्माण परियोजना में टीएमटी स्टील बार अनिवार्य होता है. चाहे वह घर का ही निर्माण क्यों न हो. जहां अलग-अलग साइज के रॉड या फिर सरिया का उपयोग कॉलम के लिए, छत के लिए या फिर सीढ़ियों, स्लैब जैसी जगह के लिए किया जाता है. उन्होंने बताया यदि 2 से 3 मंजिला के ऊपर घर बनाया जा रहा है, तब कॉलम के लिए मोटे सरिया का उपयोग किया जाता है. जहां बीम और कॉलम के लिए कम से कम 16 मिमी स्टील की सरियों का उपयोग किया जाता है. जिससे स्ट्रक्चर मजबूत होता है.
सामान्य घरों में इस तरह किया जाता है सरिया का उपयोग..
उन्होंने बताया यदि दो मंजिला तक के घर बनाए जा रहे हैं, तब 10 एमएम का सरिया का इस्तेमाल लेंटर या फिर स्लैब के लिए किया जाना चाहिए. जबकि कॉलम के लिए 10 या फिर 12 एमएम का सरिया पर्याप्त माना जाता है. जो घर को काफी मजबूती देता है, जबकि 8 एमएम के सरिया का इस्तेमाल रिंग (छल्ले) बनाने के लिए किया जाता है. उन्होंने बताया ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि लोहा लगाने से मजबूती ज्यादा ही आती हो. एक निश्चित अनुपात में ही सरिया का उपयोग करना चाहिए. जिससे घर की दीवारें, कॉलम, स्लैब या फिर लेंटर का वजन सह सके. जबकि सीढ़ियों के लिए 8 एमएम का सरिया बेस्ट होता है.