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Khandwa Unique Marriage: खंडवा के फेमस महादेवगढ़ मंदिर में अनोखी शादी हुई. छतरपुर की रहने वाली शिफा शान्वी बनी. फिर उन्होंने भोलेनाथ के सामने सात फेरे लिए. शादी के बाद गिफ्ट के तौर पर उन्हें रामायण दिया गया.
हाइलाइट्स
- मध्य प्रदेश के खंडवा में हुई अनोखी शादी
- छतरपुर की शिफा बनी शानवी
- शिव मंदिर में लिए सात फेरे
खंडवा. मध्य प्रदेश के खंडवा के प्रसिद्ध महादेवगढ़ मंदिर में सावन के पवित्र महीने में मंगलवार को एक अनूठी शादी हुई. छतरपुर की रहने वाली शिफा राइन ने सनातन धर्म में वापसी करते हुए शान्वी वर्मा नाम अपनाया. फिर छतरपुर के ही युवक राहुल वर्मा से शादी की. विवाह की सभी रस्में महादेवगढ़ मंदिर परिसर में सनातन विधि-विधान से पूरी हुईं. इस अवसर पर मंदिर में मौजूद सैंकड़ों श्रद्धालु इस शादी के साक्षी बने. मातृ शक्ति ने मंगल गीत गाए, भजन किए और भोलेनाथ की आरती में शामिल होकर नवदंपति को आशीर्वाद दिया. शादी के बाद शान्वी और राहुल ने भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया. महाआरती में भाग लेकर भारत माता की आरती भी की.
महादेवगढ़ मंदिर में हुई शादी
शान्वी ने बताया कि उन्होंने अपने योग्य जीवनसाथी राहुल वर्मा का चयन किया और यह संकल्प लिया कि शादी सिर्फ महादेवगढ़ मंदिर में ही करेंगी. उन्होंने कहा कि महादेवगढ़ का बहुत नाम सुना था, इसलिए यहीं शादी करने का मन बनाया. सावन में मेरी यह इच्छा भोलेनाथ ने पूरी की और अब उनका आशीर्वाद हमारे साथ रहेगा. उन्होंने भावुक होकर कहा कि यह शादी न केवल व्यक्तिगत आस्था का उदाहरण बना, बल्कि समाज में धार्मिक स्वतंत्रता और विश्वास की मिसाल भी प्रस्तुत की. मंदिर समिति और श्रद्धालुओं ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
शान्वी ने बताया कि प्रेरणा का स्रोतविवाह के बाद शान्वी को रामायण की एक प्रति भेंट स्वरूप दी गई. इस उपहार को हाथ में लेते हुए उनकी आंखों में संतोष और श्रद्धा की झलक दिखी. उन्होंने कहा कि रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन के हर मोड़ पर मार्गदर्शन देने वाली अमूल्य प्रेरणा है. इसके हर पात्र में कुछ न कुछ सीखने को मिलता है. मुझे शुरू से ही सनातन धर्म से जुड़ाव महसूस होता था. महिलाओं को जो सम्मान यहां दिया जाता है, वहीं मुझे सबसे अधिक प्रभावित करता रहा है.
शान्वी ने आगे बताया कि उन्होंने राहुल को अपना जीवनसाथी खुद चुना और बचपन से ही यह संकल्प लिया था कि शादी किसी मंदिर में और विशेषकर महादेवगढ़ जैसे पवित्र स्थल पर ही करेंगी. महादेवगढ़ की पवित्रता, इसकी ऊर्जा मुझे हमेशा आकर्षित करती रही. जब शादी का फैसला लिया, तो मन ने यही कहा कि यह शुभ काम इसी स्थान पर होना चाहिए. भोलेनाथ ने मेरी यह मनोकामना पूरी की और सावन के इस पावन महीने में मुझे उनका आशीर्वाद मिला. अब मैं शान्वी बनकर एक नई यात्रा पर निकली हूं और यह मेरे जीवन का सबसे शुभ पल है.
Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various …और पढ़ें
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