जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक ग्वालियर में मनाया जा रहा है। इस महोत्सव के तहत गुरुवार को भगवान पार्श्वनाथ को 23 फीट ऊंचा निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। निर्वाण लाडू नई सड़क स्थित चंपाबाग बगीची में बनाया गया है। इसमें 14 हलवा
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सकल जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन का दावा है कि मध्य प्रदेश के इतिहास में इससे पहले इतना बड़ा लाडू न बनाया गया है न ही कहीं चढ़ाया गया है। इसके अलावा 23 परिवारों के लिए 23 लाडू भी तैयार किए जा रहे हैं।
लाडू के लिए शकर से चासनी बनाते हुए हलवाई
आचार्य सुबल सागर महाराज के सानिध्य में जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का तीन दिवसीय मोक्षकल्याणक महोत्सव 29 जुलाई से चल रहा है। महोत्सव सकल जैन समाज ग्वालियर एवं सन्मति सुबल पावन वर्षायोग समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
महोत्सव के पहले दिन (29 जुलाई) की सुबह 7 बजे भारतीय जैन मिलन क्षेत्र-2, आप और हम टीम ग्रेटर ग्वालियर और दिगंबर जैन जागरण युवा मंच ग्रेटर ने प्रभावना वाहन रैली निकाली थी। 30 जुलाई को सहस्त्रनाम विधान आयोजित किया गया। आचार्यश्री के प्रवचन हुए। संगीतमय पार्श्वनाथ स्त्रोत, पार्श्वनाथ चालीसा, भक्तामर स्त्रोत कार्यक्रम किए गए।
आज (गुरुवार) चंपाबाग बगीची में भगवान पार्श्वनाथ के निर्वाण महोत्सव पर सुबह से कल्याण मंदिर स्त्रोत विधान के बाद 23 फीट ऊंचा निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। महोत्सव में थाटीपुर, किलागेट, लश्कर, मुरार की समस्त जैन संस्थाएं विशेष रूप से शामिल होंगी। दान में मिली 600 किलो शकर निर्वाण लाडू बनाने के लिए जैन समाज के लोगों ने 600 किलो शकर दान की है। 26 जुलाई से निर्वाण लाडू बनाना शुरू हुआ। इसमें 14 हलवाई लगे, जिन्होंने 18 घंटे लगातार काम किया। लाडू बनाने के लिए इतना ही बड़ा सांचा बनाया गया था। सकल जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि निर्वाण लाडू का निर्माण बुधवार रात तक पूरा कर लिया गया है। अब गुरुवार सुबह यह भगवान पार्श्वनाथ को अर्पित किया जाएगा।