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Sawan Month Special: भगवान शिव को समर्पित सावन का महीना बेहद पवित्र माना गया है, लेकिन इस माह में शादी-सगाई आदि करने की मनाही होती है. ऐसे में चलिए उज्जैन के आचार्य से जानते है कि आखिर सावन के महीने में शादी क्…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- भगवान शिव को समर्पित सावन का महीना.
- सावन में शादी-सगाई आदि करने की मनाही होती है
- उज्जैन के आचार्य ने बताया कारण
सावन में क्यों नही होते शादी जैसे शुभ कार्य
सनातन धर्म में, सावन का महीना चातुर्मास के दौरान पड़ता है और चातुर्मास के दिनों में भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, शादी-विवाह आदि भगवान विष्णु के आशीर्वाद के बिना सम्पन्न नहीं होते हैं, क्योंकि विवाह के लिए विष्णु जी का योग निद्रा से बाहर होना जरूरी है. ऐसे में 4 महीने तक शादी-विवाह आदि नहीं किए जाते हैं. दरअसल, शादी के दौरान ज्यादातर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप किया जाता है. वहीं, दूसरी तरफ सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित है. कहते हैं कि शिव जी शादी जैसे कार्यों में सम्मिलित नहीं होते हैं, इसलिए सावन में शादी करने का वर्जित माना गया है.
इस साल चातुर्मास 6 जुलाई से लेकर 1 नवंबर तक है. चातुर्मास का समापन 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी के दिन होगा. उस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से बाहर आएंगे और सभी देव उठ जाएंगे. उसके बाद से शुभ कार्य प्रारंभ होंगे.
चातुर्मास में शुभ कार्य क्यों नहीं होते
चातुर्मास में भगवान विष्णु समेत सभी देव सो जाते हैं. देवों के सोने की अवस्था में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. चातुर्मास में सृष्टि का संचालन भगवान शिव करते हैं. ऐसे में चातुर्मास के समय शिव पूजा का विशेष है.
Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 6 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across …और पढ़ें
Dallu Slathia is a seasoned digital journalist with over 6 years of experience, currently leading editorial efforts across Madhya Pradesh and Chhattisgarh. She specializes in crafting compelling stories across … और पढ़ें