BMO बोले- सड़क नहीं है, एम्बुलेंस नहीं भेज सकते: सतना में किशोर की कुएं में डूबने से मौत; ग्रामीणों ने चारपाई पर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया – Satna News

BMO बोले- सड़क नहीं है, एम्बुलेंस नहीं भेज सकते:  सतना में किशोर की कुएं में डूबने से मौत; ग्रामीणों ने चारपाई पर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया – Satna News


प्रतिमा बागरी की विधानसभा में बुनियादी सुविधा नहीं; कीचड़ में 800 मीटर तक शव ढोने को मजबूर हुए ग्रामीण।

सतना के ग्राम पंचायत पुरवा स्थित उसरहाई टोला गांव में रहने वाले कोल आदिवासी समुदाय के 15 साल के किशोर की कुएं में डूबने से मौत हो गई। घटना की सूचना कोठी थाना पुलिस को दी गई। पुलिस घटनास्थल पर 800 मीटर लंबे कीचड़ भरे रास्ते से पैदल चलकर पहुंची।

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जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर जब मृतक आशिकी कोल के परिजन खेत में रोपाई कर घर लौटे तो बेटा गायब मिला। उन्होंने हर जगह तलाश किया, लेकिन कहीं सुराग नहीं मिला। इसी दौरान घर के पास स्थित पुराने कुएं के पास उसका मोबाइल फोन पड़ा मिला, जिससे अनहोनी की आशंका हुई। ग्रामीणों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। कुएं में कांटे से तलाश करने पर हुक किशोर के पैर में फंस गया और उसका शव ऊपर आया।

ग्रामीण शव चारपाई पर रखकर पोस्टमार्टम के लिए ले गए गांव में न एंबुलेंस पहुंच पाई, न कोई अन्य सरकारी गाड़ी। पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाना जरूरी था। ग्रामीणों ने एक बांस की चारपाई पर किशोर का शव रखा और कीचड़ से लथपथ 800 मीटर तक खुद उसे ढोया।

प्रतिमा बागरी की विधानसभा में बुनियादी सुविधा भी नहीं ये घटना नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी की विधानसभा रैगांव के अंतर्गत आने वाले गांव की है। इस क्षेत्र में सड़क जैसी बुनियादी सुविधा के अभाव में ग्रामीणों को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

पिछले साल भी एंबुलेंस न पहुंचने से गर्भवती की गई थी जान।

‘कोठी बीएमओ बोले- सड़क नहीं है, हम नहीं आ सकते’ ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन को सूचना दी गई, लेकिन उन्होंने कहा कि वहां सड़क नहीं है, हम नहीं आ सकते, एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकती। गांव न सड़क से जुड़ा है, न बिजली पहुंची है। एक ही कुएं से गांव का पूरा जीवन चलता है – पीने का पानी, नहाने का पानी, सब कुछ। बरसात में यह गांव मानो टापू बन जाता है।

एंबुलेंस ने पहुंचने पर गर्भवती महिला की गई थी जान गांव में ये पहली मौत नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले साल बारिश के दिनों में एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा हुई थी। सड़क न होने के कारण अस्पताल नहीं पहुंच पाई और तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। लेकिन तब भी व्यवस्था नहीं जागी। फिलहाल कोठी थाना पुलिस पूरे घटना की जाँच कर रही है।



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