खेतों में लहलहाती सोयाबीन की फसल।
निमाड़ अंचल में लंबे इंतजार के बाद हुई बारिश ने फसलों को संजीवनी दी है। एक सप्ताह की बारिश के बाद खेतों में फसलें लहलहाने लगी हैं। किसानों का कहना है कि फसलों की ग्रोथ समय के अनुसार बेहतर है, लेकिन नदी-नालों में पानी नहीं आने से रबी सीजन को लेकर चिंत
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फसलों की स्थिति संतोषजनक
भारतीय किसान संघ के नेता सुभाष पटेल के अनुसार, वर्तमान में सोयाबीन, मक्का और कपास की फसलें अच्छी स्थिति में हैं। मौसम साफ होने से किसानों को कीटनाशक दवाओं के छिड़काव का उचित समय मिल गया है। हालांकि फसलें फलन अवस्था में हैं, ऐसे में पकने के समय तेज बारिश से नुकसान की आशंका बनी हुई है।
विशेषज्ञ बोले- दो हफ्ते बारिश की ज्यादा उम्मीद नहीं
मौसम विशेषज्ञ डॉ. सौरव गुप्ता ने बताया कि अगले दो सप्ताह तक भारी बारिश की संभावना कम है। 14 अगस्त तक मौसम में उतार-चढ़ाव रहेगा, जिसमें कहीं बादल तो कहीं धूप के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 15 अगस्त के बाद अच्छी बारिश की संभावना है।
उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि मौसम को देखकर ही दवाओं का छिड़काव करें। साथ ही चेतावनी दी कि जिन खेतों में आवश्यकता से अधिक उर्वरक का प्रयोग किया गया है, वहां फसलों को नुकसान हो सकता है।