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Sagar News: सागर और बुंदेलखंड के कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. खेतों में पानी भरने से दलहनी-तिलहनी फसलें बर्बादी के कगार पर हैं.
हाइलाइट्स
- भारी बारिश से खेतों में जलभराव
- पूरी तरह खराब हो सकती हैं फसलें
- ड्रेनेज सिस्टम सुधारने की सलाह
सागर जिले के महाराजपुर देवरी रहली और राहतगढ़ ब्लॉक में नदियों के उफान पर होने की वजह से स्थिति बिगड़ गई. ऐसा ही कुछ दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक में भी देखने को मिला, जहां कई गांव तो डूब क्षेत्र में आए, लेकिन फसले भी डूब गई कृषि अधिकारियों का मानना है कि अगर दलहनी तिलहनी फसले 24 घंटे तक पानी में डूबी रहती हैं, तो उनको काफी नुकसान हो जाता है ऐसे में जिन खेतों में जल भराव की स्थिति बनी हुई है या जिनका संभावना है कि आगे बारिश होने से जल भराव हो सकता है, तो उन्हें सावधान रहना चाहिए.
खासकर हमारे जो दलहनी तिलहनी फसले हैं जैसे सोयाबीन मूंग उड़द इनमें विशेष रूप से नुकसान होता है, तो इसमें हमारा ड्रेनेज सिस्टम यानी की खेत से जल निकासी की व्यवस्था बहुत अच्छी होनी चाहिए. ऐसा करना किसान भाइयों के लिए बहुत आवश्यक. वहीं इसके अलावा जिन किसानों के खेत बारिश में पानी से डूब जाते हैं या पानी भरने की संभावना है तो वह पहले ही अपने खेत से जल निकासी की व्यवस्था कर दें ताकि फसल पानी में डूबने न पाए और बर्बाद होने से बच सके.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें
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