शहडोल से रीवा मार्ग पर बाणसागर डैम पर बना पुल गंभीर स्थिति में है। इस पुल से जब भी कोई भारी वाहन गुजरता है, तो पुल में जोरदार कंपन होता है। यह कंपन इतना अधिक होता है कि राहगीर डर के मारे पुल को पकड़कर खड़े हो जाते हैं।
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बाणसागर का यह पुल मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश को आपस में जोड़ता है। अब इस पुल को लेकर विंध्य क्षेत्र में राजनीति शुरू हो गई है। ब्यौहारी के भाजपा विधायक शरद कोल ने इस पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए सोन नदी पर नया पुल बनाने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की है।
पुल से गुजरते वाहन।
1986 में हुआ था निर्माण
सोन नदी पर बना यह बाणसागर पुल 39 साल पुराना है। इसका निर्माण 1986 में शुरू हुआ और 1989 में इसे आवागमन के लिए खोल दिया गया। लगभग 4 महीने पहले पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। बीच पुल में पाया क्षतिग्रस्त होने से पुल को 2 महीने के लिए बंद कर दिया गया था। मरम्मत के बाद पुल को दोबारा शुरू किया गया।

पुल का क्षतिग्रस्त हिस्सा।
ओवर लोड वाहनों से पुल क्षतिग्रस्त
पुल की खराब स्थिति का मुख्य कारण सोन नदी से निकाली जा रही रेत है। इस रेत को शहडोल-रीवा मार्ग के सहारे उत्तर प्रदेश भेजा जाता है। रेत से लदे वाहन अत्यधिक ओवरलोड होते हैं, जिससे पुल उस भार को सहन नहीं कर पा रहा है। इसी कारण बाणसागर पुल दिन-प्रतिदिन क्षतिग्रस्त होता जा रहा है।

MLA ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
वीडियो में कंपन दिखा
विधायक की सोशल मीडिया पोस्ट के बाद जब मीडिया टीम बाणसागर पुल पर स्थिति जांचने पहुंची, तो वहां का दृश्य चिंताजनक था। भारी वाहन गुजरने के बाद पुल पर तेज कंपन महसूस किया जा सकता था।