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Burhanpur News: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में शाहजहां और मुमताज का किला है. इस किले में सांप है. लोगों का मानना है कि ये सांप साल में एक बाद दूध पीता है. और…
हाइलाइट्स
- शाहजहां और मुमताज का किला बुरहानपुर में है
- किले में नाग देवता की पूजा और दूध चढ़ाने की परंपरा है
- नाग पंचमी पर किले में विशेष भीड़ होती है
Burhanpur News: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में शाहजहां और मुमताज की कहानी से जुड़ा एक शाही किला है. यहां मुमताज और शाहजहां रहते भी थे. लेकिन, अब यहां पर सांप हैं. लोगों का मानना है कि इस किले में सांप का घर है. लोग साल में एक बार उन सांपों को दूध पिलाने आते हैं. यहां खासकर नाग पंचमी पर भीड़ लगती है. क्षेत्र के राहुल शाह का कहना है कि यह शाही किला है और यहां आज भी सांप हैं.
लोग साल में एक बार यहां दूध चढ़ाने और पूजा-अर्चना करने आते हैं. इसे वारुल कहा जाता है, जो शाही किला परिसर में मौजूद है. सावन के महीने में पड़ने वाली नाग पंचमी के अवसर पर यहां खूब दूध चढ़ाया जाता है. दूर-दूर से लोग यहां पूजा-अर्चना करने आते हैं. यह किला करीब 500 साल पुराना बताया जाता है. यहां शाहजहां और मुमताज रहते थे और मुमताज का स्नान गृह भी यहां मौजूद है.
किले की रक्षा करते हैं…
राहुल शाह ने बताया, ऐसा भी माना जाता है कि आज भी नाग देवता इस किले की रक्षा करते हैं, इसलिए हम यहां उनकी पूजा-अर्चना करने और दूध चढ़ाने आते हैं. यहां नाग देवता का घर कहा जाता है. मान्यता है कि जो भी भक्त यहां दर्शन-पूजन करने आता है, उसे नाग देवता कभी नुकसान नहीं पहुंचाते.
राहुल शाह ने बताया, ऐसा भी माना जाता है कि आज भी नाग देवता इस किले की रक्षा करते हैं, इसलिए हम यहां उनकी पूजा-अर्चना करने और दूध चढ़ाने आते हैं. यहां नाग देवता का घर कहा जाता है. मान्यता है कि जो भी भक्त यहां दर्शन-पूजन करने आता है, उसे नाग देवता कभी नुकसान नहीं पहुंचाते.
यही हुई थी मुमताज की मौत
इतिहासकार वैद्य सुभाष माने बताते हैं कि यह किला शाहजहां और मुमताज से जुड़ा है. यहां शाहजहां और मुमताज रहा करते थे. मुमताज की मृत्यु भी इसी किले में हुई थी.उन्हें बुरहानपुर में 6 महीने तक रखा गया था, इसलिए यह किला आज भी सुरक्षित है. देश-विदेश से पर्यटक इस किले को देखने के लिए आते हैं.