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Rakshabandhan Special Mithai: सागर की मशहूर फैनी मिठाई, जिसे गामा पहलवान 3 पीढ़ियों से बना रहे हैं, रक्षाबंधन पर राखी बांधने जितनी खास मानी जाती है. जानिए कैसे रेशम जैसे धागों से बनती है ये अनोखी मिठाई जो सिर्फ…और पढ़ें
रामपुरा, सागर के एक कोने में बसा है गुप्ता परिवार, जिनकी फैनी ‘गामा पहलवान फैनी’ नाम से दूर-दूर तक जानी जाती है. गामा पहलवान खुद बताते हैं कि उनके दादा से लेकर अब तक यह मिठाई तीन पीढ़ियों से बन रही है. बारिश शुरू होते ही वे फैनी बनाने में जुट जाते हैं, जो सिर्फ दो महीने तक मिलती है.
फैनी दो तरह की बनती है मीठी और फीकी. महंगे वर्जन में शुद्ध घी का इस्तेमाल होता है जबकि सस्ती वाली में डालडा लिया जाता है. पहले मैदा गूथकर उसकी लोइयां बनाई जाती हैं, फिर उन्हें बार-बार घी लगाकर पतला किया जाता है. जब ये लोइयां रस्सी जैसी बन जाएं तो उन्हें लपेटकर घुमा देते हैं और फिर तेल में तलते हैं. मीठी फैनी को चाशनी में डालते हैं जबकि फीकी सीधी रख ली जाती है.
6 घंटे की मेहनत के बाद एक बार में करीब 30 किलो फैनी बनती है. थोक में इसका दाम 250-280 रुपये किलो और फुटकर में 400-600 रुपये किलो तक पहुंच जाता है.