हरदा के जिला अस्पताल में एक गंभीर मामला सामने आया है। एक दिव्यांग गर्भवती महिला को अचानक रेफर करने पर परिजनों और महिला चिकित्सक के बीच विवाद हो गया। परिजनों का आरोप है कि महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका शारदे ने नॉर्मल डिलीवरी कराने के नाम पर 8 हजार
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फुलड़ी निवासी 29 वर्षीय दिव्यांग गर्भवती संगीता को गुरुवार शाम अस्पताल में भर्ती किया गया था। परिजनों के अनुसार, डॉक्टर ने शुक्रवार शाम को महाराणा प्रताप चौक स्थित अपने क्लीनिक पर उनसे 8 हजार रुपए लिए थे।
शनिवार दोपहर करीब 1 बजे डॉक्टर ने बिना चेकअप किए महिला को स्पाइनल में प्रॉब्लम बताते हुए रेफर कर दिया। उन्होंने कहा कि इंजेक्शन लगाने में परेशानी होगी। इस पर परिजनों ने अस्पताल के मुख्य गेट पर हंगामा शुरू कर दिया।
डॉक्टर और परिजनों में घंटे भर बहस डॉक्टर और परिजनों के बीच करीब एक घंटे तक बहस होती रही। इस दौरान दिव्यांग महिला एम्बुलेंस के अंदर ही बैठी रही। बाद में परिजन महिला को डिलीवरी के लिए भोपाल ले गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचपी सिंह ने कहा कि अगर महिला डॉक्टर ने पैसे लिए हैं, तो यह बिल्कुल गलत है। उन्होंने सभी आरोपों पर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
उन्होंने बताया कि महिला को 31 जुलाई को भर्ती किया गया था और उसकी डिलीवरी 24 अगस्त तक होनी है। डॉक्टर के अनुसार, डिलीवरी में परेशानी होने की आशंका के कारण महिला को खंडवा रेफर किया गया था।
जब प्रसूता के पति ने मीडिया के सामने रुपए लेने का आरोप लगाया, तो महिला चिकित्सक नाराज हो गईं और प्रसूता को एम्बुलेंस से उतारने के लिए कर्मचारियों को कहती रहीं। यह मामला विशेष रूप से चिंताजनक इसलिए है क्योंकि दोनों पति-पत्नी दिव्यांग हैं। अस्पताल प्रशासन अब इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहा है।