लोकायुक्त संगठन उज्जैन की टीम ने शुक्रवार को खाचरौद उप जेल के सहायक अधीक्षक सुरेंद्रसिंह राणावत को 15 हजार की घूस लेते ट्रेप किया। जेल में बंदी से मारपीट नहीं किए जाने के बदले घरवालों से सहायक जेल अधीक्षक ने 30 हजार रुपए की डिमांड की थी तथा 15 हजार र
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कनवरसिंह सिसोदिया निवासी गोंदिया उज्जैन 10 दिन पूर्व ही पकड़ा गया था, जिसे कोर्ट ने खाचरौद उपजेल भेजा था। यहां कनवर से सहायक अधीक्षक राणावत ने रुपए के लिए दबाव बनाया। इस पर कनवर के परिचित जितेंद्र गोमे ने सहायक अधीक्षक राणावत की शिकायत लोकायुक्त एसपी से की। घूस मांगे जाने की शिकायत पुख्ता होते ही शुक्रवार को उज्जैन से लोकायुक्त डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल और निरीक्षक हिना डावर ने टीम के साथ खाचरौद में ट्रेप की कार्रवाई की। सहायक अधीक्षक के बंगले के समीप टीनशेड में खड़ी उसकी स्कूटी से रुपए जब्त करते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
रुपए हाथ में लेने की बजाय स्कूटी में रखवाए
लोकायुक्त निरीक्षक हिना डावर ने बताया राणावत ने आवेदक से रुपए बंगले के पास टीनशेड में खड़ी स्कूटी के बॉक्स में रखने को कहा। फरियादी रुपए रखकर वहां से निकल गया। इसके बाद सहायक अधीक्षक वहां स्कूटी के पास पहुंचा था, जिसे मौके पर टीम ने दबोच लिया और कार्रवाई की। निरीक्षक डावर ने कहा जैसा कि पकड़े जाने पर हर आरोपी कहता है कि मेरे रुपए नहीं है अथवा लिए है, यहीं जवाब सहायक अधीक्षक का भी था।
बंदी को भ्रूण हत्या में 3 साल की सजा हुई थी
जेल में बंद कनवर के खिलाफ उन्हेल थाने में भ्रूण हत्या का केस दर्ज हुआ था। नागदा कोर्ट ने कनवर को तीन साल की सजा सुनाई थी। मामले की पैरवी करने वाले अपर लोकअभियोजक विनोद व्यास ने बताया कि सितंबर 2024 में उक्त प्रकरण में सजा सुनाई थी। कोर्ट ने सशर्त हाईकोर्ट से जमानत लाने के लिए एक माह का समय दिया था लेकिन आरोपी व उसकी साली ने चार माह निकाल दिए। इसके बाद दोनों ने सरेंडर कर दिया। जिन्हें नागदा एडीजे कोर्ट ने जेल भेज दिया था। साली को भैरवगढ़ तथा कनवर को खाचरौद उपजेल भेजा था, जहां राणावत उसे रुपए के लिए प्रताड़ित कर रहा था।