अनादि कल्पेश्वर की दूसरी शाही सवारी मशालों के साथ निकली: आलोट में सावन के अंतिम सोमवार पर कांवड़ियों ने दीपेश्वरी महादेव का जलाभिषेक किया – alot News

अनादि कल्पेश्वर की दूसरी शाही सवारी मशालों के साथ निकली:  आलोट में सावन के अंतिम सोमवार पर कांवड़ियों ने दीपेश्वरी महादेव का जलाभिषेक किया – alot News


अनादिकल्पैश्वर की सवारी निकली। भगवान रथ में सवार हुए।

आलोट में श्रावण मास के अंतिम सोमवार को भक्ति का उत्सव देखने को मिला। अनादि कल्पेश्वर महादेव की द्वितीय शाही सवारी जलती मशालों के साथ निकाली गई। पालकी में विराजित भगवान नगर भ्रमण के लिए रवाना हुए। रात्रि 12:00 बजे सवारी मंदिर पर वापस पहुंचेगी जहां पूज

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अनादि कल्पेश्वर की कुल पांच सवारियां निकलती हैं। आज की दूसरी सवारी के बाद तीन और सवारियां निकलेंगी। अंतिम शाही सवारी के दिन नगर में बड़े आयोजन होंगे। इनमें भजन संध्या, रात्रिकालीन भंडारा और अखाड़े के उस्तादों के विभिन्न स्थानों पर कर्तव्य प्रदर्शन शामिल है।

अनादि कल्पेश्वर मंदिर पर भरत शर्मा परिवार ने भंडारे का आयोजन किया। सुबह 11 बजे से ही श्रद्धालु भक्त भोजन प्रसादी ग्रहण करने पहुंचे।

कुबरेश्वर धाम पर विशेष पूजा-अर्चना

नागेश्वर उन्हेल बाईपास स्थित कुबरेश्वर धाम मंदिर पर भी श्रावण के अंतिम सोमवार को भक्तों का मेला लगा। यहाँ भक्तों को प्रसादी के रूप में मालपुए और कढ़ी परोसी गई। मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना के साथ भक्ति का माहौल रहा।

दीपेश्वरी महादेव मंदिर में किया जलाभिषेक

आलोट से 15 किलोमीटर दूर दीपेश्वरी महादेव मंदिर के संगम स्थल पर, जो दो नदियों के मध्य अति रमणीय स्थान है, सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी। ग्रामीण क्षेत्रों से कांवड़ में जल लेकर आए भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।

दीपकेश्वर महादेव मंदिर पर भी पूजा-अर्चना की गई।

भक्तों ने महादेव की आरती की।

भक्तों ने महादेव की आरती की।

नई शिव प्रतिमा की स्थापना हुई

दोपहर 3 बजे मंदिर परिसर के कुंड के किनारे एक नई शिव प्रतिमा की स्थापना हुई। ददिया खेड़ी आश्रम के संत बलराम दास जी त्यागी की उपस्थिति में विधि-विधान से प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस अवसर पर लाभार्थी अशोक पांचाल परिवार सहित अन्य शिव भक्तों ने भक्ति भाव से भाग लिया।

आज शाम को कुबरेश्वर धाम पर महादवे का विशेष श्रृंगार किया गया।

आज शाम को कुबरेश्वर धाम पर महादवे का विशेष श्रृंगार किया गया।

विक्रमगढ़ में भी भगवान ओंकारेश्वर महादेव की दूसरी सवारी धूमधाम से निकाली गई। भक्तों ने भगवान शिव के जयकारों के साथ सवारी में हिस्सा लिया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा।

मनुनिया महादेव मंदिर में 1 लाख से अधिक भक्त पहुंचे

मनोनिया महादेव मंदिर में श्रावण के अंतिम सोमवार को 1 लाख से अधिक श्रद्धालु भक्त दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर पुजारी अनिल शर्मा ने बताया कि सावन का अंतिम सोमवार होने के कारण भक्तों की संख्या अभूतपूर्व रही।

मनुनिया महादेव का विशेष श्रृंगार किया गया।

मनुनिया महादेव का विशेष श्रृंगार किया गया।

मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष थान सिंह, पुष्पेंद्र पाटीदार, प्रकाश पाटीदार सहित अन्य सदस्यों की देखरेख में भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।

श्रावण का यह अंतिम सोमवार आलोट में भक्ति, उत्साह और श्रद्धा का प्रतीक बन गया, जहां हर कोने में भगवान शिव के जयकारे गूंजते रहे।



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