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Bhopal Black Spot for Accident: सड़क हादसों को लेकर सरकार कई तरह की स्ट्रैटजी अपना चुकी है लेकिन इसके बावजूद भोपाल में हादसे से मौत की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है.
सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष और शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश अभय मनोहर सप्रे शुक्रवार को राजधानी की सड़कों पर उतरे. उन्होंने 8 प्रमुख ब्लैक स्पॉट का मुआयना किया. हर लोकेशन पर अधिकारियों से लगातार सवाल करते रहे कि यहां कितनी मौतें हुई हैं और रोड मार्किंग, ब्रेकर बनाने के बाद भी एक्सीडेंट क्यों हो रहे हैं? इस पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि हम साइनेज लगा रहे हैं. मनोहर सप्रे का कहना है कि जब सब कुछ ठीक कर रहे हैं तो फिर हादसों में मौतें क्यों हो रही हैं? सड़क हादसे में एक भी मौत नहीं होनी चाहिए. दोपहिया में आगे और पीछे दोनों को हेलमेट पहनाएं. साथ ही बागसेवनिया तिराहा को री-डिजाइन करने, 1250 चौराहे से रोटरी हटाने और ज्यादातर ब्लैक स्पॉट पर लेफ्ट टर्न क्लियर करने के निर्देश दिए हैं. इससे पहले कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह सहित 25 से ज्यादा अफसरों की टीम सड़क पर उतरी थी.
ट्रैफिक पुलिस के अफसरों ने कलेक्टर को बताया कि शहर में 16 ब्लैक स्पॉट हैं, जिनमें से 7 ब्लैक स्पॉट में रोजाना ट्रैफिक जाम की समस्या होती है. कलेक्टर ने इन सभी निर्माण एजेंसियों के अफसरों को हिदायत दी है कि जिन स्पॉट पर खामियां हैं, उनको समिति के आने के पहले तक पूरा कर लें. साथ ही जहां बड़े काम होने हैं, वहां का एस्टीमेट बनाकर दें, ताकि समय रहते उनको ठीक कराया जा सके.
अटल पथ सबसे ज्यादा खतरनाक
सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं टीटी नगर प्लेटिनम प्लाजा स्थित अटल पथ रोड पर हुई है. यहां 16 घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं शिवाजी नगर (1250 चौराहा) पर 10 एक्सीडेंट में 4 लोगों की जान चली गई. इसके अलावा मिसरोद थाना अंतर्गत 11 मील पर 8 एक्सीडेंट में 4 लोगों की मौत और आशिमा मॉल के सामने 7 एक्सीडेंट में 3 लोगों की मौत हो चुकी है.
सिग्नल-चौराहे पर लगाए गए मार्क
कलेक्टर के आदेश के बाद सिग्नल, चौराहे तिराहे, लेफ्ट टर्न, डिवाइडर, रोड मार्किंग, स्टॉप लाइन, रोड साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और रम्बल स्ट्रिप्स लगाए गए हैं. कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि सभी निर्माण एजेंसियों के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि जहां-जहां ट्रैफिक पुलिस ने ब्लैक स्पॉट की जानकारी दी है. वहां पर क्या-क्या काम किए गए हैं बताएं जो काम बाकी हैं उसको कैसे पूरा किया जाना है. इसकी जानकारी ली गई.