मध्यप्रदेश में महिला अपराध के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। विधानसभा में कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल के सवाल के जवाब में गृह विभाग की ओर से जो जवाब दिया गया है। उसके मुताबिक, प्रदेश में रोजाना 20 महिलाओं के साथ बलात्कार और 33 महिलाओं के अपहरण हो रहे हैं
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छह महीनों में 3742 महिलाओं से रेप इस साल जनवरी 2025 से लेकर जून 2025 तक प्रदेश में 3742 महिलाओं के साथ रेप की घटनाएं हुई। रेप की शिकार महिलाओं में अनुसूचित जाति वर्ग की महिला 905 , जनजाति वर्ग की 1143 , ओबीसी वर्ग की 1228 और सामान्य वर्ग की 466 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। इस साल के 6 महीनों में 120 महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटनाएं हुईं। यह जानकारी मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विधायक प्रताप ग्रेवाल के प्रश्न पर दी ।
पिछले साल 319 गैंगरेप, सिर्फ 5 को हुई सजा गृह विभाग की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि साल 2024 में बलात्कार के मात्र 2.79% मामलों में आरोपियों को सजा मिल पाई। सामूहिक बलात्कार के 1.63% मामलों में ही सजा दी गई। 2024 में गैंगरेप के 319 मामले दर्ज किए गए थे। मात्र 5 मामलों में ही सजा हो पाई है। जबकि 2018 में रेप के 12.43% मामलों में और गैंगरेप के 16.25% मामलों में आरोपियों को सजा दी गई थी ।
7 साल में 54 हजार महिलाओं से रेप प्रदेश में साल 2018 से लेकर 2024 के सात वर्षों में 54067 महिलाओं से बलात्कार हुए। जिसमें अनुसूचित जाति 14258 , जनजाति 14804, पिछड़ा वर्ग 18942 और सामान्य वर्ग की महिला 6063 है। 2018 में 7136 बलात्कार की घटनाओं की तुलना में साल 2024 में 20% बढ़ें और 8518 बलात्कार के मामले दर्ज हुए। अपहरण के मामले 53% बढे़। अपहरण के मामले 6394 से बढ़कर 10070 हो गए। इस साल के 6 महीनों में जनवरी से जून 2025 तक अपहरण के 5868 प्रकरण दर्ज हुए ।
कांग्रेस का सवाल- जानकारी में अंतर क्यों?
विधायक प्रताप ग्रेवाल ने वार्षिक प्रतिवेदन और जिलों द्वारा भेजी गई महिला अपराध की जानकारी में अंतर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वार्षिक प्रतिवेदन और प्रश्न पूछने की तारीख को भेजी गई जानकारी में समय का अंतराल है, पीड़िता की बरामदगी होने पर बलात्कार घटना घटित होना पाए जाने पर अपहरण के प्रकरण बलात्कार के प्रकरण में परिवर्तित होते हैं, जिससे अपहरण एवं रेप के मामलों में कमी, वृद्धि होना एवं आंकड़ों में परिवर्तन होना संभव है।
रेप के मामलों में 60% की बढ़ोत्तरी सामान्य नहीं विधायक प्रताप ग्रेवाल ने बताया कि 2024-25 के वार्षिक प्रतिवेदन में 2024 मे महिलाओं से बलात्कार के 5592 प्रकरण बताए गए थे। जबकि उत्तर में मुख्यमंत्री ने 8518 प्रकरण बताए हैं। 60% की बढ़ोत्तरी सामान्य नहीं है और मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए उत्तर से संतुष्ट नहीं होती। जबकि 2024 में अपहरण के प्रकरण में सजायाबी की दर दो प्रतिशत से भी कम है। स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री बलात्कार के प्रकरण को छिपाने के लिए झूठे आंकड़े दे रहे हैं।