बहादुरपुर थाने में मृतक रामचरण आदिवासी और शिवलाल आदिवासी की गुमशुदगी दर्ज थी।
अशोकनगर में डोंगरा गांव के जंगलों में दो नर कंकाल मिले हैं। सहराई थाना क्षेत्र में पेड़ के नीचे जमीन पर दो कंकाल पड़े थे और पेड़ से दो कपड़े बंधे हुए थे। ग्रामीणों की सूचना के बाद पुलिस देर रात मौके पर पहुंची।
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जानकारी के अनुसार कपड़ों के आधार पर दोनों की पहचान बिजौरी गांव निवासी शिवलाल पिता भुल्ला आदिवासी (40) और रामचरण पिता फग्गा आदिवासी के रूप में की गई। 4 अगस्त को बहादुरपुर थाने में दोनों की गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी।
एफएसएल टीम ने किया मुआयना।
18 जून से अचानक लापता हो गए थे दोनों बहादुरपुर थाना क्षेत्र के गदूली गांव में मजदूरी का काम करते थे। वे 18 जून से अचानक लापता हो गए थे। जिस व्यक्ति के यहां काम करते थे, उसने उनके परिवार को उनके वहां से चले जाने की सूचना दी थी। परिवार के लोग इधर-उधर पता करते रहे लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।
गांव के कुछ लोगों ने जंगलों में शव पड़े हुए देखे थे अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वे वहां कैसे पहुंचे। यह आत्महत्या का मामला है या फिर कोई अन्य कारण, इसकी जांच की जा रही है। एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। पास के गांव के कुछ लोगों ने जंगलों में शव पड़े हुए देखे थे। इसकी खबर गांव तक पहुंची। बुधवार को गांव के एक सौ से ज्यादा लोग जंगलों में तलाश करने निकले। वे उस स्थान पर पहुंचे जहां शव पड़े हुए थे। इसके बाद ग्रामीण मुंगावली थाने गए और घटना की जानकारी दी।
शिवपुरी या ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज में होगा पोस्टमार्टम घटनास्थल को क्राइम सीन लगाकर बंद कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार जैन ने बताया कि ग्वालियर की एफएसएल की टीम आ रही है जिसमें अखिलेश भार्गव रीजनल डायरेक्टर अपनी टीम के साथ पहुंच रहे हैं। डॉग्स स्कोट की टीम भी पहुंचेगी। एसपी खुद भी मौके पर पहुंच रहे हैं। इनका पोस्टमार्टम शिवपुरी या ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज में करवाया जाएगा।