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Satna News: मनमोहन सिंह परिहार CRPF में पदस्थ थे. वह 11 मार्च 2014 को छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. उनकी याद में उनके पैतृक गांव सेमरी में यह स्मारक बनाया गया, जहां हर साल स्वतंत्रता…और पढ़ें
मनमोहन सिंह परिहार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में पदस्थ थे. वह 11 मार्च 2014 को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. उनकी याद में उनके पैतृक गांव सेमरी में यह स्मारक बनाया गया था, जहां हर साल स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि दी जाती है. इस मामले में शहीद की पत्नी ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के पुलिस महानिरीक्षक नई दिल्ली को आवेदन भेजा है और मांग की है कि दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें कड़ी सजा दी जाए. उन्होंने कहा कि यह केवल चोरी नहीं बल्कि देश के लिए बलिदान देने वाले सपूत का अपमान है.
लाल कपड़े से ढका स्मारक
फिलहाल श्यामा सिंह ने स्मारक को लाल कपड़े से ढक दिया है. उनका कहना है कि वह उन पत्नियों में से नहीं, जो खाना-पीना, सोना करके जीवन बिताएं. वह अपने पति के सहारे आई थीं और उन्हीं की याद में वह जी रही हैं. अब अगर न्याय नहीं मिला तो उनकी लड़ाई यहीं खत्म होगी. गौरतलब है कि इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और समाज की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सवाल यह है कि जब एक शहीद का स्मारक सुरक्षित नहीं है, तो हम किस समाज और सुरक्षा व्यवस्था की बात कर रहे हैं. श्यामा सिंह की अपील है कि समाज और प्रशासन शहीद स्मारकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए ताकि भविष्य में किसी भी वीर सपूत की शहादत का मजाक न बने.