भोपाल की 20 पंचायतें सम्मानित, बिशनखेड़ी को पहला अवॉर्ड: बंगरसिया, नांदनी-बरखेड़ा सालम टॉप-10 में; अच्छे काम के लिए मिला सम्मान – Bhopal News

भोपाल की 20 पंचायतें सम्मानित, बिशनखेड़ी को पहला अवॉर्ड:  बंगरसिया, नांदनी-बरखेड़ा सालम टॉप-10 में; अच्छे काम के लिए मिला सम्मान – Bhopal News


पंचायत उन्नति सूचकांक (PAI 1.0) में भोपाल की 20 पंचायतें सम्मानित की गईं।

पंचायत उन्नति सूचकांक (PAI 1.0) में भोपाल की 20 पंचायतें सम्मानित की गई हैं। इनमें बिशनखेड़ी को पहला अवॉर्ड मिला है। बंगरसिया, नांदनी, बरखेड़ा सालम टॉप-10 में रही। गुरुवार को जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुंवर गुर्जर समेत सदस्यों ने पंचायतों को सम्मानित किया

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गुरुवार को भोपाल में पंचायत उन्नति सूचकांक वर्ष 2022-23 का विमोचन एवं प्रचार-प्रसार के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। अध्यक्षता गुर्जर ने की। कार्यशाला में पंचायत एवं जिला विकास सूचकांक के 9 विषयों पर जिले की अलग-अलग ग्राम पंचायतों का चयन किया गया। जिसमें सशक्त पंचायत सतत् विकास की अवधारणा के साथ पंचायतों को सशक्त बनाने, उनके कामकाज को पारदर्शी और कुशल बनाने के किए गए कार्य के आधार पर जिले की ग्राम पंचायत को पंचायत विकास सूचकांक के तहत सम्मानित किया गया।

कार्यशाला में पंचायत एवं जिला विकास सूचकांक के 9 विषयों पर जिले की अलग-अलग ग्राम पंचायतों का चयन किया गया।

इन्हें मिला पुरस्कार उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली भोपाल जिले की ग्राम पंचायत बिशनखेड़ी को प्रथम पुरस्कार मिला। वहां के जनप्रतिनिधियों को 11 हजार रुपए का पुरस्कार मिला। बंगरसिया को द्वितीय पुरस्कार 7100 रुपए, नांदनी को तृतीय पुरस्कार 5100 रुपए दिए गए। बरखेड़ा सालम,बरखेड़ी अब्दुल्ला, झिरनिया, डोब, कुठार, बरखेड़ा बरामद एवं धूतखेड़ी 2100 रुपए एवं प्रशस्ति पत्र दिए गए।

अन्य 10 चयनित ग्राम पंचायत कोड़िया, बकानिया, बरखेड़ा नाथू, समसगढ़, छापरी, मेंडोरी, जगदीशपुर बरखेड़ा बोंदर, मुगलियाहाट एवं बर्रीछीरखेड़ा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए। सभी का टीएमपी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया।

यह रहे मौजूद कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य विनय मैहर ने कहा, इस कार्यक्रम का उद्देश्य यही है कि आप लोग अपने-अपने क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक संकेतकों का उपयोग करके पंचायतों के विकास कार्य करें। ताकि अन्य पंचायतें आपसे प्रेरणा लेकर अपनी पंचायतों को बेहतर बना सकें। उन्होंने कहा कि यह महज सम्मान नहीं, बल्कि एक उदाहरण और चुनौती भी है। जिससे बाकी पंचायतों को अपनी कमियों को पहचानकर सुधार की दिशा में प्रयास करना चाहिए। जिपं सीईओ इला तिवारी, उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट, अध्यक्ष प्रतिनिधि दीपक गुर्जर, सदस्य प्रतिनिधि अनिल हाड़ा, विनोद राजोरिया, मिश्रीलाल मालवीय भी मौजूद थे।



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