विदिशा नगर पालिका परिषद इन दिनों विवादों में घिरी है। पार्षदों ने बुधवार (6 अगस्त) आयोजित पीआईसी बैठक को अवैध करार देते हुए इसे निरस्त करने की मांग की। पार्षदों का आरोप है कि बैठक में अधिकांश सदस्यों को सूचना नहीं दी गई। इसके साथ ही महिला पार्षदों की
.
भाजपा पार्षदों ने एडीएम को ज्ञापन सौंपकर कहा कि नगर पालिका में मनमानी चल रही है। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नजरअंदाज कर गुपचुप तरीके से निर्णय लिए जा रहे हैं। पार्षद अरुणा मांझी ने बताया कि पहले महिला पार्षदों की जगह उनके पतियों को बैठाया गया। बाद में रात 9 बजे दिखावे के लिए महिला जनप्रतिनिधियों को बुलाकर फोटो खिंचवाई गई।
उन्होंने 2024 में कलेक्टर द्वारा जारी आदेश का हवाला दिया। इसमें स्पष्ट किया गया है कि शासकीय बैठकों में महिला जनप्रतिनिधियों की जगह उनका पति या रिश्तेदार नहीं बैठ सकता। ऐसा होने पर एफआईआर की कार्रवाई का प्रावधान है। पार्षद संतोष पेंटर ने आरोप लगाया कि सूचना देने के नाम पर सिर्फ चहेतों को बुलाया गया। अन्य सदस्यों को जानबूझकर अनदेखा किया गया। पार्षदों ने इस बैठक को फर्जी बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की।