महू में गायकवाड़ आंगनवाड़ी केंद्र में वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. संध्या व्यास ने महिलाओं को बचत और बजट के बारे में जानकारी दी।
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भारत की बेटी फाउंडेशन द्वारा आयोजित शिविर का उद्देश्य स्थानीय महिलाओं को बचत, बजट प्रबंधन, मुद्रास्फीति की समझ और दीर्घकालिक वित्तीय योजना जैसी महत्वपूर्ण जानकारियों से सशक्त बनाना था। यह संस्था महिला सशक्तिकरण एवं वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में काम करती है।
महिलाओं को सुरक्षित आर्थिक भविष्य की योजना से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया।
शिविर की संचालिका मोक्ष संघवी ने सरल और व्यावहारिक शैली में प्रतिभागियों को वित्तीय विषयों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं को धन प्रबंधन, लक्ष्य आधारित बचत और सुरक्षित आर्थिक भविष्य की योजना से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण सत्र में संवाद, प्रश्नोत्तर और जीवन से जुड़े उदाहरणों को शामिल किया गया।

शिविर में अधिकारियों ने महिलाओं को स्वावलंबी बनने की प्रेरणा दी।
शिविर बना वित्तीय आत्मनिर्भरता की ओर एक प्रभावी कदम
शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने महिलाओं को स्वावलंबी बनने की प्रेरणा दी। फाउंडेशन की ओर से बताया गया कि यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं वित्तीय स्वावलंबन प्राप्त कर सकें। शिविर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।

प्रशिक्षण में संवाद, जीवन से जुड़े उदाहरणों को शामिल कर विषय को और प्रभावी बनाया गया।

शिविर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।